ग्वालियर: संभाग में फिर छाए बादल, बारिश की संभावना

 

ग्वालियर, 10 अक्टूबर (हि.स.)। अरब सागर में विकसित हुई ताजा मौसम प्रणाली के प्रभाव से ग्वालियर-चंबल संभाग के आसमान में एक बार फिर बादल घुमड़ते दिख रहे हैं। इससे बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो से तीन दिन तक मध्यम से घने बादल छाए रहने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है।

यहां बता दें कि ग्वालियर एवं चंबल संभाग से अक्टूबर के पहले दिन दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी हो चुकी है। इसके बाद मौसम शुष्क रहने से अधिकतम तापमान 35 से 37 डिग्री सेल्सियस के आपास टिका हुआ था लेकिन गुरुवार को सुबह से ही बादल छाए रहने की वजह से अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के अनुसार इस समय कर्नाटक एवं गोवा तट से दूर पूर्वी मध्य अरब सागर में सुष्पस्ट निम्नदाब क्षेत्र बना हुआ है। इसके दो से तीन दिनों में पिश्चमोत्तर दिशा में बढ़ते हुए प्रबल होकर मध्य अरब सागर में तीव्र निम्नदाब के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है। इस निम्नदाब क्षेत्र से केरल और तमिलनाडु होते हुए दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका लाइन विस्तृत है। इसके अलावा जम्मू और उससे सटे पाकिस्तान में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। एक साथ सक्रिय इन तीन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से हवाओं के साथ नमी आना शुरू हो गई है। इसी कारण बादल छाए हुए हैं और मध्य प्रदेश के दक्षिण भाग में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश भी हो रही है।

मौसम विभाग के अनुसार इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव अगले दो से दिन तक रहने की संभावना है। इस दौरान मध्यम से घने बादल छाए रहने के साथ ग्वालियर एवं चंबल संभाग में विशेषकर गुना, अशोकनगर एवं शिवपुरी जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में गुरुवार को अधिकतम तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.6 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 23.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 73 प्रतिशत दर्ज की गई जो सामान्य से 05 प्रतिशत अधिक है जबकि शाम को हवा में नमी 79 प्रतिशत दर्ज की गई जो सामान्य से 25 प्रतिशत अधिक है।

हिन्दुस्थान समाचार / शरद शर्मा