लोक संस्कृति और कला हमें जड़ों से जोड़ते हैं : मंत्री टेटवाल

 

- सारंगपुर में लोक संस्कृति महोत्सव का भव्य आयोजन, संजावली प्रतियोगिता ने भरा उत्साह

भोपाल, 01 अक्टूबर (हि.स.)। कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल के द्वारा मंगलवार को राजगढ़ के सारंगपुर में लोक संस्कृति को जीवंत बनाए रखने एवं भावी पीढ़ी को लोक संस्कृतियों से अवगत कराने के लिए भव्य आयोजन किया गया। लोक संस्कृति कला महोत्सव में मालवा की समृद्ध लोक परंपराओं को जीवंत करने का प्रयास किया गया। इस अवसर पर मंत्री टेटवाल ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और कहा कि आज की पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है।

उन्होंने कहा, हमारी परंपराएं और तीज-त्योहार हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं, और भावी पीढ़ी को इनसे अवगत कराना हमारा दायित्व है। हमारी परंपराएं और उत्सव हमें सामाजिक समरसता और संगठन की शक्ति का पाठ पढ़ाते हैं। यह महोत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कार्यक्रम में संजावली निर्माण और संजावली गीत गायन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सारंगपुर विधानसभा क्षेत्र के 11 संकुलों की 110 बहनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह प्रतियोगिताएं न केवल लोककला को सहेजने का माध्यम बनीं, बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत भी रहीं।

संजावली मालवा की एक प्रमुख लोक परंपरा है, जिसमें महिलाएं संजा पर्व के दौरान मिट्टी की सुंदर चित्रकलाएं बनाकर मां पार्वती से सुखी वैवाहिक जीवन और परिवार की समृद्धि की कामना करती हैं। यह त्योहार 16 दिन तक चलता है और इसे विशेष रूप से कुंवारी कन्याएं मनाती हैं। इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रही बहनों को पुरस्कृत किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर