लोकसभा चुनावः ग्वालियर में लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं की उत्साहजनक भागीदारी

 


ग्वालियर, 7 मई (हि.स.)। लोकतंत्र के महापर्व में ग्वालियर जिले के मतदाताओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। मतदान दिवस मंगलवार को सुबह से ही शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गईं। वरिष्ठ मतदाता, पहली बार मतदान करने वाले युवा, महिला व दिव्यांगजन उत्साहपूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुँचे। साथ ही उच्च न्यायालय के न्यायाधीशगणों, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने भी परिवार सहित मतदान केन्द्र पर पहुँचकर सामान्य मतदाता की तरह लाईन में लगकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। जिले भर में शांतिपूर्वक व उत्साह एवं उमंग के साथ मतदान के महापर्व पर लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।

न्यायाधीशगणों और वरिष्ठजनों ने सबेरे-सबेरे किया मतदान

उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के न्यायमूर्ति आनंद पाठक ने सपत्नीक केन्द्रीय विद्यालय क्र.-1 में बने मतदान केन्द्र पर पहुँचकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसी तरह उच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीशगण सपरिवार मतदान करने पहुँचे। सेवानिवृत्त प्रशासनिक न्यायाधिपति रोहित आर्या ने सपत्नीक मतदान केन्द्र पहुँचकर अपने-अपने वोट डाले।

संभाग आयुक्त, आईजी, कलेक्टर, एसपी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी डाले वोट

संभाग आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने ओल्ड रेस्ट हाउस मतदान केन्द्र पहुँचकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसी तरह पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना ने सपरिवार ओल्ड रेस्ट हाउस मतदान केन्द्र पर वोट डाले। कलेक्टर रुचिका चौहान ने केन्द्रीय विद्यालय क्र.-1 मतदान केन्द्र पर ईवीएम का बटन दबाकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने ओल्ड रेस्ट हाउस मतदान केन्द्र पर वोट डाला। नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने केन्द्रीय विद्यालय नं.-1 में अपना वोट डाला। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार ने सपत्नीक और उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन ने सपरिवार अपने मताधिकार का उपयोग किया।

पहली बार मतदान करने पहुँचे युवा मतदाताओं का उत्साह देखते ही बना

अठारह वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नव मतदाताओं का मतदान के प्रति उत्साह देखते ही बन रहा था। मतदान करने के बाद युवाओं ने सेल्फी प्वॉइंट पर अपनी सेल्फी लेकर खुशियां मनाईं। ओल्ड रेस्ट हाउस में स्थापित पिंक बूथ (महिला अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा संचालित मतदान केन्द्र) में वोट डालने पहुँचीं बीएससी कृषि थर्ड ईयर की छात्रा राधा शर्मा का कहना था कि संविधान ने सभी को एक समान वोट डालने का अधिकार दिया है। हम सभी का दायित्व है कि अपने मताधिकार का उपयोग कर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करें। इसी तरह अन्य नव मतदाताओं का कहना था कि लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने मताधिकार का उपयोग कर हम गर्व अनुभव कर रहे हैं।

माँ- बेटी ने एक साथ पहुँचकर किया अपने मताधिकार का उपयोग

ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत संत रविदास आश्रम में स्थापित मतदान केन्द्र क्रमांक-188 में नीट की तैयारी कर छात्रा नम्रता अपनी माताजी सीता देवी के साथ वोट डालने पहुँची। वोट डालकर आईं माँ-बेटी अपनी अँगुली पर स्याही का निशान दिखाते हुए बोलीं कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का आज महापर्व है, हम सब अपने मताधिकार का उपयोग कर लोकतंत्र को और मजबूत कर सकते हैं।

मतदान शुरू होने से पहले ही लगी कतारें

लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी के प्रति मतदाताओं में इस बार विशेष उत्साह देखने को मिला। प्रात:काल मतदान शुरू होने से पहले ही कई मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गईं। ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के नयापुरा, तारागंज, अवाड़पुरा तथा ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत संत रविदास आश्रम, कबीर आश्रम, बालक उमावि., विधानसभा क्षेत्र भितरवार के अंतर्गत ग्राम भेंगना व शासकीय प्राथमिक विद्यालय बेला, बासोंडी व रिछारीकला सहित जिले के अन्य मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही लोग सारे काम छोड़कर वोट डालने पहुँच गए। महिला मतदाताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।

तीसरी पीढ़ी का सहारा लेकर मतदान

जीवन के लगभग 75 बसंत देख चुकीं शांति बाई ने यूँ तो कई बार मतदान किया है। पर इस बार वे अपनी तीसरी पीढ़ी अर्थात अपने नन्हे-मुन्ने नाती का सहारा लेकर वोट डालने पहुंची। उन्होंने ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत लक्ष्मी बाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नई सड़क में बने मतदान केन्द्र में ईवीएम का बटन दबाकर अपने मताधिकार का उपयोग किया।

शांति बाई से जब सवाल किया कि इस छोटे से बच्चे ने मतदान केन्द्र तक पहुंचाने में आपकी क्या मदद की। तब वह बोलीं कि मानसिक संबल दिया और हौसला बढ़ाया। भला इससे बड़ा सहारा क्या हो सकता है। वे कहने लगीं कि बहानेबाजी छोड़कर सभी लोगों को वोट डालने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालना चाहिए।

हम साथ- साथ हैं.....आप भी आइए

जब से हमने दांपत्य जीवन में कदम रखा है तब से हर सुख-दुख को साझा करते आए हैं। आज हम दोनों उसी भाव के साथ वोट डालने आए हैं। लोकतंत्र के महापर्व में भी हम साथ-साथ हैं। यह कहना था जीवन की आखिरी दहलीज पर खड़े शकुंतला- लखनलाल का। इस बुजुर्ग दंपति ने ग्वालियर पूर्व के मतदान केन्द्र ए एम आई शिशु मंदिर में एक साथ पहुँचकर मतदान किया। वोट डालने के बाद दोनों एक सुर में बोले हमें इस बात की बहुत खुशी है कि लोकतंत्र की मजबूती में हमने वोट के माध्यम से अपना योगदान दिया है।

उत्साह के आगे फीकी पड़ी वृद्धावस्था

अपने मताधिकार का उपयोग करने की ललक के आगे कई बुजुर्गों की वृद्धावस्था फीकी नजर आई। लगभग 95 वर्षीय बुजुर्ग जनाब नईमुद्दीन ने अपने पुत्र के साथ मतदान केन्द्र पहुँचकर वोट डाला। दर्पण कॉलोनी निवासी 84 वर्षीय गोपीचंद ने लगभग 80 वर्षीय अपनी धर्मपत्नी के साथ मतदान किया। जीवन के लगभग 81 बसंत देख चुकीं रामकली बाई ने बालक मंदिर स्कूल में वोट डाला। शासकीय प्राथमिक विद्यालय ठाठीपुर के मतदान केन्द्र पर 82 वर्षीय सुशीला देवी अपने परिजनों की मदद से वोट डालने पहुँचीं। इसी तरह अन्य बुजुर्गों ने अपनी शारीरिक शिथिलता को दरकिनार कर अपने-अपने मताधिकार का उपयोग किया। जीवन के लगभग 81 बसंत देख चुकीं सत्यदेव नगर निवासी संजीवनी नवरंगे अपनी बिटिया चित्रा नवरंगे का सहारा देकर केन्द्रीय विद्यालय नं.-1 में वोट डालने पहुँचीं।

लोकतंत्र के महापर्व में संत-महंतों की भी आहुति

लोकतंत्र के महायज्ञ में संत-महंतजन भी मतदान के माध्यम से अपनी आहुति देने पहुँचे। महंत विष्णुदास ने आकाशवाणी केन्द्र के समीप स्थित केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-1 में बने मतदान केन्द्र क्रमांक-124 में पहुँचकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसी तरह विभिन्न धर्मों के संतजनों ने भी अपने मताधिकार का उपयोग किया।

लकी ड्रा से मतदाताओं को मिले उपहार

मतदान के जरिए अपने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करने पहुँचे ग्वालियर जिले के मतदाताओं को उपहार भी मिले। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान की पहल पर जिले के विभिन्न मतदान केन्द्रों पर लकी ड्रा बॉक्स रखे गए थे। इन बॉक्स में जिन मतदाताओं ने वोट डालने के बाद अपना नाम व मोबाइल फोन नंबर लिखकर पर्चियाँ डालीं हैं, उनकी पर्चियों में से दोपहर व सायंकाल में लकी ड्रा निकाले गए। जिन मतदाताओं के लकी कूपन निकले, उन्हें बाल भवन में पुरस्कृत किया गया।

आदर्श मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं का रेड कार्पेट वैलकम

ग्वालियर जिले में 80 से अधिक आदर्श मतदान केन्द्र बनाए गए थे। इन मतदान केन्द्रों को आकर्षक ढंग से सजाया सँवारा गया था। साथ ही मतदाताओं के लिये कार्पेट भी बिछाए गए थे। सभी आदर्श मतदान केन्द्रों पर वैलकम ड्रिंक के साथ मतदाताओं को बैठने के लिये छायादार व्यवस्था की गई थी। साथ ही मतदाताओं को जलजीरा इत्यादि शीतल पेय वैलकम ड्रिंक के रूप में उपलब्ध कराया गया। कई मतदान केन्द्रों पर बच्चों के लिये झूले तो धात्री माताओं के लिए आंचल कक्ष बनाए गए। मतदान केन्द्रों में बेहतर सुविधायें पाकर मतदाता गदगद नजर आए।

महिला शक्ति ने भी डलवाए वोट

जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में महिला अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा संचालित पिंक बूथ आकर्षण का केन्द्र बने रहे। महिला शासकीय सेवकों ने सुव्यवस्थित ढंग से और उत्साह के साथ मतदान सम्पन्न कराया। इसी तरह प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक – एक बूथ दिव्यांग शासकीय सेवकों द्वारा संचालित किया गया।

मतदान के दिन मौसम ने भी अपना रूख नरम रखा

मतदान दिवस 7 मई को मौसम ने भी अपना रूख नरम रखा। पिछले दो दिनों लगातार बढ़ रहे तापमान में मतदान दिवस को गिरावट नजर आई। जाहिर है मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक पहुँचने में कम गर्मी का सामना करना पड़ा। सुबह से ही आसमान में हलके-हलके बादल छाए रहे और धूप के प्रभाव को कम किया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश