ग्रीष्मकाल में पेयजल की निरंतर उपलब्धता करें सुनिश्चितः संभागायुक्त
सागर, 23 मई (हि.स.)। संभागायुक्त डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट में टीकमगढ़ जिले के विभिन्न विभागों की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सागर संभागायुक्त डॉ. रावत ने निर्देशित किया कि जिले में ग्रीष्मकाल के दौरान सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित कराएं एवं आवश्यक होने पर परिवहन भी किया जाए।
संभागायुक्त ने कहा कि जल जीवन मिशन की परियोजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए स्थायी जलस्रोत का चिन्हांकन किया जाए एवं कंट्रोल रूम का गठन कर नंबर भी सार्वजनिक करें। जिले के समस्त प्रगतिरत महत्वाकांक्षी निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ एवं निरंतर मॉनिटरिंग कर समय सीमा में पूर्ण किया जाये। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि वर्षा के पूर्व सभी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अधिक से अधिक वृक्षारोपण हेतु तैयारी करें।
डॉ. रावत ने मतगणना की तैयारियों की समीक्षा कर मतगणनाकर्मियों के प्रशिक्षण एवं अन्य जरूरी व्यवस्थाओं के संबंध में भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व न्यायालयों के लंबित प्रकरण प्राथमिकता के साथ निराकृत करें। नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा के मामलों में अविलंब निराकरण सुनिश्चित हो। सीमांकन के समस्त आवेदनों को अनिवार्य रूप से रजिस्टर करें। समर्थन मूल्य पर उपार्जन कार्यों की समीक्षा के दौरान उपर्जित स्कंध और किसानों को भुगतान के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने छात्रवृत्ति के प्रकरणों में विद्यार्थियों से घर-घर संपर्क कर शत प्रतिशत छात्रवृत्ति वितरण के लिए प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। सीएमएचओ से आगामी वर्षा काल में वर्षाजनित बीमारियों की रोकथाम संबंधी तैयारियों के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा सभी ग्रामीण एवं नगरीय निकायों में बाढ़ की संभावित स्थिति में समय पूर्व आवश्यक तैयारी के निर्देश दिये।
शालाओं के परीक्षा परिणाम बेहतर करने हेतु सघन प्रयास करें
संभागायुक्त डॉ. रावत ने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि शालाओं के परीक्षा परिणाम बेहतर करने हेतु सत्र के प्रारंभ से ही सघन प्रयास करें। इस दौरान उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों की समीक्षा भी की और नवीन शैक्षणिक सत्र में सभी शालाओं में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सार्थक प्रयास कर परीक्षा परिणाम में सुधार के निर्देश दिये। उन्होंने बंद व चालू नल जल योजनाओं की समीक्षा कर संबंधित अधिकारी से समस्याओं के निराकरण के लिए कहा। साथ ही पेयजल स्थिति की निरंतर मॉनीटरिंग के निर्देश भी दिए तथा पूर्ण नल जल योजनाओं के हैण्डओवर व मेंटेनेंस कार्यों की जानकारी ली।
उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को खाद्य प्रतिष्ठानों का सतत निरीक्षण कर लापरवाही पाये जाने पर निरंतर कार्यवाही के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने खाद, बीज एवं उर्वरक की निरंतर पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिये निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने अटल भू-जल एवं अमृत सरोवर के कार्यों सहित लोक निर्माण विभाग एवं पीआईयू के प्रमुख कार्यों की समीक्षा की।
न्यायालयीन प्रकरणों का समय पर जवाबदावा प्रस्तुत किया जाये
डॉ. रावत ने निर्देशित किया कि हाईकोर्ट के विभिन्न लंबित प्रकरणों में प्रभारी अधिकारी द्वारा गंभीरतापूर्वक समय पर जवाबदावा प्रस्तुत किया जाये। जवाब प्रस्तुत होने तक इसकी नियमित रूप से समीक्षा भी हो। उन्होंने विभागीय जांच के संबंध में नवीन पोर्टल की समीक्षा करते हुये सभी जिला अधिकारियों से समय पर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कर प्रकरणों की संख्या में कमी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने वरिष्ठ कार्यालय एवं कमिश्नर कार्यालय की समस्त शिकायतों के समय-सीमा में निराकरण के संबंध में भी जरूरी निर्देश दिए तथा संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक के बिन्दुओं के संबंध में भी आवश्यक चर्चा की।
बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर अवधेश शर्मा ने जिले में शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत चल रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ नवीत कुमार धुर्वे, संयुक्त आयुक्त राजस्व विनय द्विवेदी, एसडीएम टीकमगढ़ लोकेन्द्र सिंह सरल, एसडीएम जतारा शैलेन्द्र सिंह, एसडीएम बल्देवगढ़ भारती देवी मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर सागर सौरभ गंधर्व, डिप्टी कलेक्टर दीपाश्री गुप्ता, संजय कुमार दुबे तथा एसके तोमर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश