इसरो का सेंटर मप्र में भी खुले इस संबंध में प्रयास किया जाएगाः मुख्यमंत्री

 


- विज्ञान प्रौद्योगिकी में नई संभावनाएं छिपी हुई हैं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल, 14 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इसरो का एक सेंटर प्रदेश में भी खुले, इस संबंध में प्रयास किए जाएंगे। विज्ञान प्रौद्यागिकी के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं छिपी हुई हैं। पुण्य भूमि उज्जयिनी एक अलग आनन्द मिलता है। ब्रह्माण्ड को कोई नहीं जान सकता। मकर संक्रांति के पावन पर्व पर एक अलग आनन्द की अनुभूति हो रही है और यह पर्व वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी जुड़ा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय एवं मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के संयुक्त तत्वावधान में कालिदास अकादमी के संकुल हॉल में वैज्ञानिक युवा संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे पर्व और त्यौहारों में कई रोचक बातें छिपी हुई हैं। मोक्ष देने वाली नगरियों में उज्जयिनी नगरी की महत्ता का भी अपना एक अलग महत्व है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हैदराबाद से आए इसरो के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान के उज्जवल भविष्य की मंगल कामना करते हुए कहा कि उज्जैन में आकर उन्होंने युवाओं से रुबरु होकर विज्ञान के क्षेत्र में उनकी जिज्ञासाओं का संतोषजनक समाधान किया है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टि से युवाओं में विज्ञान में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए सरकार कार्य कर रही है। विज्ञान के क्षेत्र में हमारा देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। विज्ञान के विद्यार्थी समय-समय पर हमारे वरिष्ठ वैज्ञानिकों से संवाद स्थापित करें, इसके लिए इस प्रकार के युवा संवाद कार्यक्रम और आयोजित किए जायेंगे जिससे नई सोंच के साथ हमारे युवा आगे बढ़ सकें। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन में शीघ्र ही मंगल तिथियों की वैदिक घड़ी का टावर बनेगा।

युवा संवाद कार्यक्रम में हैदराबाद इसरो के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान ने कहा कि हमारे समाज को आगे बढ़ाने ने विज्ञान एवं तकनीकी का बड़ा योगदान है। आज उज्जैन में आकर छात्रों से सीधा संवाद हुआ और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। उन्हेंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी बहुत अच्छी सोच रखने वाली पीढ़ी है। हमारे देश के वैज्ञानिक देश का नाम उज्जवल कर रहे हैं। डॉ. चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के अथक प्रयासों से उज्जैन एवं महिदपुर के डोंगला में वेधशालामें टेलीस्कोप स्थापित किया है, वह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की वैज्ञानिक सोंच का ही प्रतिफल है। डॉ. चौहान ने कहा कि हैदराबाद के इसरो से सेटेलाईट के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में भी तेजी से काम किया जा रहा है। ऐसे युवा संवाद कार्यक्रम होना चाहिए। देश की प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संस्थाएं आगे आकर वैज्ञानिक युवा संवाद कार्यक्रम करें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ब्रोशर का लोकार्पण किया इसके बाद उन्होंने उज्जैन के पौराणिक इतिहास पर निर्माता निर्देशिका सीमा कपूर द्वारा निर्मित भव्य धारावाहिक “अवंतिका” का लोकार्पण रिमोट दबाकर किया। उल्लेखनीय है कि यह धारावाहिक दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल डीडी नेशनल पर 22 जनवरी से प्रसारित होगा, जो प्रत्येक सोमवार से गुरुवार तक रात्रि 09 बजे देखा जा सकेगा।

इस अवसर पर सीमा कपूर ने कहा कि यह धारावाहिक उज्जैन के प्रतिष्ठित संस्थान महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के सहयोग से निर्मित किया गया है। उन्होंने कहा कि धारावाहिक अवंतिका के 130 एपिसोड निर्मित किए जायेंगे। धारावाहिक में श्री कृष्ण द्वारा सांदीपनि आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने से लेकर अवंतिका के अन्य प्रमुख धार्मिक प्रसंग और सभी महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पक्ष जैसे राजा प्रद्योत, बिम्बिसार, सम्राट अशोक, भतृहरि, सम्राट विक्रमादित्य आदि के कुशल शासन तथा कला पक्ष में कालिदास द्वारा अभिज्ञान शकुंतलम्, भास द्वारा मृच्छ कटिक जैसे महान साहित्य की रचनाएं आदि का समावेश किया गया है। इस कार्य में महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी का विशेष सहयोग रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में श्री श्रीराम तिवारी की प्रशंसा की। कार्यक्रम में डॉ. अनिल कोठारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयास एवं उनकी प्रेरणा से उज्जैन में तारामंडल स्थापित हुआ है और इसी तरह अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में महिदपुर तहसील के ग्राम डोंगला में वेधशाला का निर्माण कराया है। विज्ञान की विभिन्न गतिविधियों से जोड़कर उज्जैन एवं प्रदेश में कई आयाम मुखमंत्री के द्वारा स्थापित किए गए हैं। समय की गणना का केन्द्र से उज्जैन को पहचाना जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश