छतरपुर: सामाजिक चेतना केन्द्रों नवसाक्षरों को दें योजनाओं की जानकारी - डॉ.राकेश दुबे

 


छतरपुर, 20 फ़रवरी (हि.स.)। प्रौढ़ असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए चल रहे नवभारत साक्षरता अभियान के तहत आगामी 17 मार्च को नवसाक्षरों की परीक्षा सम्पूर्ण म.प्र. में आयोजित होना है जिसके लिए तैयारियां की जा रही है। इसी क्रम में मंगलवार को राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के नियत्रंक डॉ. राकेश दुबे ने डाइट नौगॉंव में अभियान की समीक्षा हेतु बैठक ली।

बैठक में डाइट प्राचार्य पी.एल.अहिरवार, जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी शिवेन्द्र निगम, जिला सहसमन्वयक शफीक अहमद, ब्लॉक सहसमन्वयक महेन्द्र दीक्षित सहित संकुल सहसमन्वयक व बड़ी संख्या में अक्षरसाथी शामिल हुये। कार्यक्रम में जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी व जिला सहसमन्वयक और विकासखण्ड सहसमन्वयक द्वारा डॉ.राकेश दुबे का शाल-श्रीफल से सम्मान किया गया। कार्यक्रम की समीक्षा करने के उपरान्त डॉ.राकेश दुबे ने अक्षरसाथियों को मॉटीवेट करते हुये कहा कि समाज को साक्षर बनाना पुण्य का काम है, जिसे आप लोग कर रहे है जिसका प्रतिफल आपको अपने जीवन में अवश्य मिलेगा। उन्होंने कहा कि मिशन में हम सभी लोग अधिकारी बनकर कार्य न करे बल्कि जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ जमीन पर बैठकर ही कार्य करें तभी मिशन पूर्ण होगा। उन्होंने ग्रामीण स्तर पर बनाये गये सामाजिक चेतना केन्द्रों को प्रभावी बनाने के लिए नव साक्षरों को इन केन्द्रों के माध्यम से उनके जीवकोपार्जन से संबंधित शासकीय योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध कराये। मीडिया प्रभारी अनुपम त्रिपाठी ने बताया कि बैठक में जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी शिवेन्द्र निगम ने जिले भर में नवभारत साक्षरता अभियान के तहत हो रही गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। जिला सहसमन्वयक शफीक अहमद ने नौगॉंव विकासखण्ड के अक्षरसाथियों के कार्यो की सराहना की उन्होने कहा कि अभी हाल ही में दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर अभियान के तहत म.प्र. द्वारा किये गये कार्यो की सराहना की गई है साथ ही प्रदेश स्तर पर भी छतरपुर जिला अभियान में अग्रणी है।

बैठक में आगामी 17 मार्च को होने वाली नवसाक्षरों की परीक्षा के संबंध में भी चर्चा की गई। बैठक के अन्त में नवभारत साक्षरता अभियान के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले संकुल सहसमन्वयकों व अक्षरसाथियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, इस दौरान एक दिव्यांग अक्षरसाथी को सम्मानित करने के दौरान डॉ.दुबे ने स्वयं जमीन पर बैठकर प्रमाण-पत्र सौंपा।

हिन्दुस्थान समाचार/सौरभ भटनागर/नेहा