जबलपुरः पुस्तक मेले में उमडा जनसमूह, मतदान का भी दिया गया संदेश

 


- मेले की अवधि एक दिन और बढ़ी, अब सोमवार को भी लगेगा मेला

जबलपुर, 14 अप्रैल (हि.स.)। निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावकों को राहत दिलाने के उद्देश्य से शहीद स्मारक गोलबाजार में कलेक्टर दीपक सक्सेना की पहल पर आयोजित प्रदेश के पहले पुस्तक एवं मतदाता जागरूकता मेले में रविवार को पांचवे दिन भी बच्चों और उनके अभिभावकों ने रियायती दरों पर कॉपी, किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य शैक्षणिक सामग्रियां क्रय की। जिला प्रशासन ने मेले की अवधि एक दिन और बढ़ा दी है। पुस्तक मेला सोमवार, 15 अप्रैल को भी लगेगा।

पुस्तक एवं मतदाता जागरूकता मेले में करीब 50 स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टॉल में विशेष रूप से पाटन विकासखंड के ग्राम उजरोंड के मां शक्ति स्व-सहायता समूह की दीदियों द्वारा लगाया गया स्कूल यूनिफॉर्म का स्टॉल मेले में मुख्य आकर्षण का केंद्र है। समूह की अध्यक्ष मनीषा केवट ने बताया कि उनके स्टॉल में लगभग सभी स्कूलों की यूनिफॉर्म उपलब्ध हैं। जो ग्राहकों को बहुत कम कीमत पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। अपने बच्चों की यूनिफॉर्म खरीदने के लिए स्टॉल पर बड़ी संख्या में अभिभावक आ रहे हैं।

जिला प्रशासन द्वारा मेले में अनुपयोगी पुस्तकें जमा कराने एवं जरूरतमंद बच्चों को उनकी आवश्यकता के अनुसार पुस्तकें मुहैया कराने तथा एक अलग स्टॉल में बुक-बैंक स्थापित किया गया है साथ ही शिक्षा से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं के निराकरण के लिए रजिस्टर रखा गया है। मेले में आने वाले विद्यार्थी अपनी पिछली कक्षाओं की अनुपयोगी पुस्तकें बुक बैंक में जमा कर रहे हैं। जो जरूरतमंद बच्चों को उनकी आवश्यकता के अनुसार निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। पुस्तक मेले के आज पांचवे दिन अभिभावकों द्वारा 13 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।

पुस्तक एवं मतदाता जागरूकता मेले को मतदाता जागरूकता गतिविधियों से भी जोड़ा गया है। जिला निर्वाचन कार्यालय के स्वीप सेल द्वारा आयोजित मतदाता जागरूकता गतिविधियों के अंतर्गत प्रदर्शित किए जा रहे नुक्कड़ नाटक बच्चों एवं नागरिकों को बहुत आकर्षित कर रहे हैं।

पुस्तक मेले में पांचवे दिन भी ज्ञानगंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्वाचन साक्षरता दल के छात्र-छात्राओं द्वारा मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। जिसे लोगों ने खूब सराहा। माता गुजरी महाविद्यालय की छात्राओं ने भी मेंहदी लेखन के माध्यम से मतदाता जागरूकता का संदेश दिया गया। महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के छात्र-छात्राओं द्वारा भी विभिन्न मतदाता जागरूकता गीतों की प्रस्तुतियों के माध्यम से उपस्थित नागरिकों को 19 अप्रैल को अनिवार्य रूप से मतदान करने के लिए प्रेरित किया। संभागीय बाल भवन के बालक- बालिकाओं द्वारा भी विभिन्न गीतों पर नृत्यों की प्रस्तुतियां दी गईं। जिला निर्वाचन कार्यालय के स्वीप सेल द्वारा मतदाता जागरूकता का संदेश देने वाले स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों तथा कलाकारों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश