जातिगत जनगणना की नहीं, देश को दिशा बदलने वाले नेतृत्व की आवश्यकता है: विजयवर्गीय
छिंदवाड़ा, 2 अप्रैल (हि.स.)। वर्ष 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद की चौखट पर मत्था टेककर सेंट्रल हॉल में अपना पहला वक्तव्य दिया था, उस समय ही उन्होंने देश के गरीब की गरीबी मिटाने और महिलाओं को सशक्त करने जैसी अपनी प्राथमिकताओं के साथ “भारत को विश्व गुरु बनाने का अपना विज़न भी देश के सामने रखा था। जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने अपने संकल्प व्रत का पूरी निष्ठा से पालन किया। जिसके परिणाम स्वरूप आज देश के 25 करोड़ से अधिक लोगों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है, वे गरीबी रेखा से ऊपर उठकर सम्मानपूर्वक जीवनयापन कर रहे हैं।
यह बात प्रदेश शासन के मंत्री व क्लस्टर प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को छिंदवाडा में सामाजिक संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। इस मौके पर विजयवर्गीय ने जिले भर से पधारे समाजिक संगठन प्रमुखों एवं विभूतियों को पुष्पहार से उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम को लोकसभा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू एवं भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने भी संबोधित किया।
जातिगत जनगणना से देश में संघर्ष उत्पन्न होगा
विजयवर्गीय ने कहा कि विपक्ष देश में लगातार जातिगत जनगणना की मांग उठाता रहता है। क्या जातिगत जनगणना से देश में खुशहाली आएगी? हमारे सभ्य समाज में जातिभेद से संघर्ष उत्पन्न होगा। देश और समाज में सामाजिक समरसता और जातिभेद को न पनपने देने के उद्देश्य से हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके लिए देश में केवल 4 ही जातियां हैं. गरीब, महिला, किसान और युवा, जिनके सशक्तिकरण एवं समृद्धि के बिना भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता। इसलिए हमारे देश को जातिगत जनगणना की नहीं, देश की दिशा और दशा बदलने वाले नेतृत्व की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश का विपक्ष हमेशा से तुष्टिकरण और वोटों की राजनीति करता है। इसी तुष्टिकरण की राजनीति के चलते कांग्रेस द्वारा “श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह“ का आमंत्रण ठुकराया गया। जिससे देश ही नहीं विश्व के करोड़ों राम भक्तों के मन में पीड़ा हुई। ऐसे में क्या कांग्रेस को वोट मांगने का अधिकार है?
भाजपा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू को जिताने का किया आग्रह
विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व के चलते आज देश से नक्सलवाद, आतंकवाद का सफाया संभव हो पाया है। उनकी कुशल विदेश नीति के चलते रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे हमारे 20 हज़ार से अधिक नागरिकों की सुरक्षित देश वापसी हुई। जिसमें तिरंगे के आगे युद्धरत दोनों देशों को कॉरिडोर बनाकर भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी को आज हमें ओर अधिक सशक्त करने की आवश्यकता है। विजयवर्गीय ने सामाजिक प्रमुखों से आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू को प्रचंड मतों से विजयी बनाकर मोदी जी के हाथों को मजबूती प्रदान करने का आग्रह किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा/मुकेश