सतनाः त्रुटिहीन और पूरी गंभीरता से करें मतगणना कार्य
- मतगणना कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
सतना, 26 मई (हि.स.)। लोकसभा निर्वाचन 2024 के मतगणना कार्य में संलग्न गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक तथा माइक्रो प्रेक्षकों को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम रविवार को जिला पंचायत सतना के सभागार में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीईओ जिला पंचायत एवं प्रशिक्षण की नोडल अधिकारी संजना जैन ने मतगणना कार्य में संलग्न सभी कार्मिकों से कहा कि लोकसभा चुनाव की मतगणना का कार्य त्रुटिहीन और पूरी गंभीरता से करें।
उन्होने कहा कि चुनाव आयोग की मंशा है कि मतगणना की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हो। सभी अधिकारी-कर्मचारी पूरी गंभीरता के साथ मतगणना के लिये आवश्यक बारीकियों के बारे में समझ लें, ताकि मतगणना प्रक्रिया निर्विवाद और निर्विघ्न संपन्न हो। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता, डॉ नवीन कुमार, बीएल बागरी ने मतगणना कर्मियों को विस्तृत प्रशिक्षण दिया।
जिला पंचायत सीईओ ने मतगणना कार्मिकों से कहा कि मतगणना का कार्य भी सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मतगणना में कंट्रोल यूनिट में दर्ज वोटों की गिनती के साथ डाकमत पत्र, ईटीपीबीएस के अलावा रेंडम आधार पर चयनित वीवीपैट की स्लिपों की भी गणना की जाएगी। गणना की प्रक्रिया को सभी भली-भांति समझ लें। कहीं कोई शंका हो तो उसका निवारण भी कर लें।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन का अंतिम पड़ाव मतगणना है और किसी भी चीज का परिणाम महत्वपूर्ण होता है। अतः आयोग द्वारा मतगणना के लिये जारी किये अनुदेशों एवं लागू किये गये नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए पूरी गंभीरता के साथ मतगणना का कार्य करें। मतगणना के दौरान मतगणना कार्य में संलग्न सभी अधिकारी-कर्मचारियों को न केवल निष्पक्ष रहना है, बल्कि निष्पक्ष दिखना भी है। उन्होंने सभी अधिकारियों को मतगणना की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ संपन्न कराने के निर्देश दिए।
जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोकसभा निर्वाचन-2024 की मतगणना 4 जून को सुबह 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गिनती के साथ शुरू होगी। सुबह 8.30 बजे से ईव्हीएम में दर्ज मतों की गणना प्रारंभ होगी। प्रशिक्षण में सीईओ जिला पंचायत ने मतगणना संबंधी प्रक्रिया को विस्तार से समझाया तथा गणना पर्यवेक्षक व गणना सहायकों की शंकाओं का समाधान भी किया। उन्होने बताया कि पहले डाक मतपत्रों की गणना होगी। डाक मतपत्रों की गणना शुरू होने के तीस मिनट बाद ईवीएम से मतगणना शुरू हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि वीवीपैट की गिनतियों के समय विधानसभावार अभ्यर्थियों की संख्या के अनुरुप ट्रे के खानों में पर्चियां रखनी हैं और इसके 25-25 के बंडल बनाने हैं। पर्चियां गिनते समय नीचे नहीं गिरने दें, यदि कोई पर्ची जमीन पर गिर गई है तो एजेंटो के संज्ञान में लाकर ही उसे उठायें। उन्होने गणना कक्षों में प्रवेश से लेकर गणना कार्य और कार्य समाप्त होने के बाद बाहर जाने तक की प्रक्रिया की जानकारी दी। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स ने भी मतगणना से संबंधित व्यवस्थाओं के अलावा मतगणना संबंधी प्रावधानों व आयोग के दिशा-निर्देशों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
मास्टर ट्रेनर्स डॉ बीके गुप्ता ने बताया कि गणना टेबल पर ईवीएम की सीयू यूनिट आने पर सबसे पहले टोटल का बटन दबाकर दर्ज मतों को मिलान मतपत्र लेखा 17‘ग’ से करें। मिलाने में कोई विसंगति होने पर तत्काल सहायक रिटर्निंग ऑफिसर को बतायें। उन्होने कहा कि एक चक्र की गणना के बाद 17‘ग’ भाग-2 की प्रविष्टि में राउंड क्रमांक अवश्य डालें। जिससे ईवीएम का सत्यापन प्रमाण पत्र जारी करने में आसानी हो।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश