छतरपुर: सहकारिता निरीक्षक 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
- हाई कोर्ट में केवियेट नहीं लगाने और अदालती खर्च के नाम मांगे जा रहे थे पैसे
छतरपुर, 15 अप्रैल (हि.स.)। सागर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सोमवार को सहकारिता डीआर ऑफिस छतरपुर में निरीक्षक नमामि शंकर अग्रवाल को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। फिलहाल सिविल लाइन थाने में की कार्यवाही जारी है।
जानकारी के अनुसार, बीते दिनों बम्होरी समिति प्रबंधक अरविंद व्यास को केसीसी घोटाले में सस्पेंड किया गया था। जिसमें लगभग 10 अप्रैल को हाई कोर्ट से स्टे मिल गया था। अरविंद का आरोप है कि उससे हाई कोर्ट केवियेट खर्च के 25 हजार रुपये मांगे जा रहे थे, जिसमें पांच हजार पहले प्रभारी प्रबंधक अरविंद व्यास ने नमामि शंकर अग्रवाल को दिए थे। शेष 20 हजार सोमवार को दिए जाने थे।
सागर लोकायुक्त डीएसपी मंजू पटेल ने बताया कि अरविंद व्यास द्वारा इस आशय की शिकायत की गई थी कि उसे सहकारिता निरीक्षक द्वारा अवैध आर्थिक लाभ अर्जित करने 25 हजार की रिश्वत मांगी जा रही है, जिसमें से पांच हजार दे दिए गए हैं। डीएसपी ने बताया कि शिकायत का परीक्षण करने के उपरांत विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से जांच पड़ताल की गई। रूपों के लेनदेन से संबंधित वॉइस रिकॉर्डिंग भी की गई। पीड़ित अरविंद व्यास की शिकायत की पुष्टि हो जाने के बाद सोमवार को योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए सहकारिता निरीक्षक नमामि शंकर अग्रवाल को रंगे हाथों 20 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/सौरभ भटनागर/नेहा