मप्रः हिंडनबर्ग मामले में कांग्रेस का प्रदर्शन, ईडी कार्यालय को घेरने जा रहे नेताओं को पुलिस ने रोका

 


भोपाल, 22 अगस्त (हि.स.)। कांग्रेस ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट मामले की जेपीसी जांच और सेबी प्रमुख के इस्तीफे की मांग को लेकर गुरुवार को देशभर में प्रदर्शन किया। भोपाल में भी प्रदेश कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। यहां अरेरा हिल्स स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पर प्रदर्शन करने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने बोर्ड ऑफिस चौराहे पर रोक लिया। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद और महेश परमार ने बैरिकेड पर चढ़ने की कोशिश की। पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग कर रोका। वहीं श्योपुर के विधायक बाबू जंडेल को पुलिस ने बेरीकेड से हाथ पकड़कर नीचे उतार दिया।

इससे पहले कांग्रेस कार्यकर्ता मंजीरे बजाते हुए कार्यालय से निकले और व्यापमं चौराहे पर पहुंचे। यहां सभा हुई। सभा को प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया। कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी का नाम लिया जा रहा है। इस चेहरे के नकाब के पीछे मोदी की सरकार छिपी हुई है। मप्र में जल जीवन मिशन में पानी का बड़ा घोटाला हुआ है। जिसमें ये बातें की जा रही थीं कि हम हर गरीब को पानी पिलाएंगे। उस पानी पर इन लोगों ने कमीशन खाया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट दो बार सार्वजनिक हुई। एक बार 20 हजार करोड़ रुपये सेल कंपनियों के माध्यम से अडाणी के शेयर मार्केट में हेरा फेरी हुई। रिपोर्ट आने के बाद शेयर धड़ाम से नीचे गिर गया। वहीं, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने कहा कि ये वही अडाणी हैं, जिनके प्रदेश में आजकल घर-घर बिजली के मीटर लग रहे हैं। हमारे विंध्य अंचल में ये हालत है कि कोयला खदान उनकी, पावर प्रोजेक्ट उनका है। आदिवासी भाइयों की जमीन भले डूब जाए लेकिन अडाणी जी का काम चलता रहे। उनके लिए हमारे प्रधानमंत्री विशेष रुचि लेते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर / डॉ. मयंक चतुर्वेदी