सनातन को खत्म करने की मानसिकता से काम कर रही है कांग्रेसः विष्णुदत्त शर्मा

 

भोपाल, 17 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबूसिंह जंडेल द्वारा भगवान शंकर के बारे में की गई टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक बाबूसिंह जंडेल द्वारा भगवान शंकर के बारे में जिस तरह से अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, गालियां दी गई हैं, उससे एक बार फिर यह साफ हो गया है कि कांग्रेस पार्टी देश में सनातन को समाप्त करने की मानसिकता से काम कर रही है।

शर्मा ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि किसानों से कर्जमाफी के झूठे वादे करके सत्ता में आई कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने किसानों को 15 महीने सिर्फ छलने का कार्य किया। एक भी किसान का 2 लाख का कर्ज माफ नहीं किया। किसानों को छलने वाले वही कांग्रेस नेता आज किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। मुख्यमंत्री रहते बैतूल के मुलताई में निर्दोष किसानों पर गोलियां चलवाने वाले दिग्विजय सिंह आज बहरूपिया बनकर किसानों के हित की बात कर रहे हैं, जो उनके मुंह से शोभा नहीं देता है। किसान विरोधी नेता दिग्विजय सिंह समझ लें कि मध्यप्रदेश में अन्नदाता के लिए किसी भी तरह की खाद की कमी नहीं है। सरकार उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करा रही है और डीएपी में सब्सिडी भी बढ़ाई गयी है।

मोहब्बत की दुकान पर बिकने लगी गालियां

विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बाबूसिंह जंडेल ने जिस तरह भगवान शंकर के प्रति गालियों का प्रयोग किया है, उसके बारे में मैं राहुल गांधी से यह पूछना चाहता हूं कि आपने मोहब्बत की दुकान खोली है या गालियों की? श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के एक विधायक ने भगवान शंकर के बारे में इस प्रकार की टिप्पणी करके सनातन धर्म को मानने वाले करोड़ों लोगों की आस्था और भावनाओं पर चोट की है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने चुप्पी साध रखी है। कुछ मीडिया प्रतिनिधियों ने जब दिग्विजय सिंह और जीतू पटवारी से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने जवाब देने से ही मना कर दिया। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि सनातन को खत्म करना और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करना ही कांग्रेस पार्टी का एजेंडा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से देश और प्रदेश की जनता यह जानना चाहती है कि क्या वे अपने विधायक के बयान से सहमत हैं? अगर नहीं है, तो फिर वे अपने विधायक के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रहे हैं?

सनातन का अपमान करने वालों के ब्रांड एंबेसेडर हैं दिग्विजय सिंह

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भगवान शंकर के बारे में कांग्रेस विधायक बाबूसिंह जंडेल के बयान की चौतरफा निंदा हो रही है। हर समाज के लोग इसके ऊपर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं, विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ लोगों ने इसके खिलाफ शिकायत भी की है। लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाने वाले इस बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी भी विधायक बाबूसिंह जंडेल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह तो शुरू से सनातन के खिलाफ ही बोलते रहे हैं। सनातन पर, हिंदुत्व पर और देश के स्वाभिमान पर चोट करने में तथा देश को बदनाम करने में उन्हें आनंद आता है। इस काम में वे पारंगत भी हैं। श्री शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह उन ताकतों के ब्रांड एंबेसेडर हैं, जो सनातन पर आक्रमण करना चाहती हैं, उसे अपमानित करना चाहती हैं।

प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बना रही

विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह एवं जीतू पटवारी के मुंह से किसान हित की बात शोभा नहीं देती, क्योंकि दिग्विजय सिंह के शासनकाल में बैतूल जिले के मुलताई में निर्दोष किसानों को गोलियां से भूना गया था। किसानों पर गोलियां चलवाने वाले दिग्विजय सिंह अब बहरूपिया बनकर किसान हित की बात कर रहे हैं। किसान कर्ज माफी के झूठे वादे कर सत्ता में आई कांग्रेस की कमलनाथ सरकार 15 महीने तक सिर्फ किसानों को छलने का कार्य किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने कल ही गेहूं, चना, मसूर, तिलहन अनाजों के समर्थन मूल्य को बढ़ाकर किसानों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी की भाजपा सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश में किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने के साथ समय पर खाद, बीज, सिंचाई के लिए पानी और बिजली भरपूर मात्रा में उपलब्ध कराई जा रही है। नकारात्मक राजनीति करने की आदी हो चुकी कांग्रेस को अच्छे कार्य दिखाई ही नहीं देते हैं।

किसान विरोधी नेता दिग्विजय सिंह समझ लें, मध्यप्रदेश में खाद की कोई किल्लत नहीं है

विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह जैसे भ्रमित करने वाले, किसान विरोधी नेता स्पष्ट रूप से समझ लें कि मध्यप्रदेश में खाद की किसी भी तरह की किल्लत नहीं है। मध्यप्रदेश के अन्नदाता को पर्याप्त मात्रा में खरीफ और आने वाली रबी की फसलों के लिए खाद उपलब्ध करा दी गयी है और करायी जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे