इंदौरः अतिवृष्टि तथा बाढ़ से उत्पन्न होने वाली स्थितियों से निपटने के लिए रखें पुख्ता इंतजाम
- कलेक्टर ने की ऐहतियात के रूप में किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा
इन्दौर, 20 मई (हि.स.)। जिले में मानसून काल की निकटता को दृष्टिगत अतिवृष्टि तथा बाढ़ से उत्पन्न होने वाली स्थितियों से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन के संबंध में चर्चा हेतु सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने ऐहतियात के रूप में किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में अभी से ऐसी तैयारियां रखी जाए जिससे कि आपदा से त्वरित रूप से निपटने में मदद मिले
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष जिले के सांवेर, महू और देपालपुर मुख्यालय पर भी होमगार्ड और एसडीआरएफ के बचाव एवं राहत दल मौजूद रहेंगे, जिससे की सूचना मिलने पर त्वरित ही क्षेत्र में इन दलों को भेजा जा सकेगा। जिले के पर्यटन स्थलों पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील मेहता, डीसीपी इंदौर हंसराज सिंह, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार, अपर आयुक्त नगर निगम सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर गौरव बेनल तथा रोशन राय सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में बताया गया कि आगामी समय में अतिवृष्टि, बाढ़ तथा इससे उत्पन्न स्थितियों से निपटने के लिए एहतियात के रूप में पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। पूर्व सूचना तथा आकस्मिक स्थिति के दौरान सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए जिला स्तर पर कलेक्टर कार्यालय, नगर निगम, पुलिस मुख्यालय, एमपीईबी सहित अन्य कार्यालयों में आपदा नियंत्रण केंद्र (कंट्रोल रूम) स्थापित किये जाएंगे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिए कि मानसून के दौरान बिजली की आपूर्ति सतत बनाए रखी जाए। यशवंत सागर के गेट खोलने के पूर्व नागरिकों को पूर्व सूचना दी जाए। खदानों में विशेष निगरानी रखी जाए तथा उनके संचालकों से फेंसिंग कराई जाए। शहर में पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था रखें। जलजमाव वाले स्थानों को पूर्व से चिन्हित कर ऐहतियात के रूप में तैयारी रखें। पूल और पुलियाओं पर विशेष ध्यान रखें। वहां चेतावनी संबंधी बोर्ड भी लगाए जाएं। तालाबों के पाल की मरम्मत पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।
उन्होंने कहा कि पहुंच विहीन गांवों की सूची पूर्व से ही तैयार कर लें तथा वहां पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न का भंडारण किया जाए। बैठक में बताया गया कि होमगार्ड द्वारा पर्याप्त संख्या में बचाव एवं राहत दल बनाए जा रहे हैं। बैठक में बताया गया कि इस बार विकासखंड मुख्यालयों पर भी बचाव एवं राहत दल मौजूद रहेंगे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि मानसून के दौरान शुद्ध पेयजल की उपलब्धता बनाए रखी जाए। आकस्मिक स्थिति के दौरान बनाए जाने वाले राहत शिविरों के लिए स्थानों का चयन अभी से कर लिया जाय। मानसून के दौरान जिले के जलीय पर्यटन क्षेत्रों के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए जा रहे हैं, जिससे कि सुरक्षा के व्यापक प्रबंध वहां पर रह सकें। ऐसे पर्यटन केंद्रों पर चेतावनी संबंधी बोर्ड लगाए जाने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में निर्देश दिये गये कि शहर के ऐसे क्षेत्र जहां पूर्व में पानी भरता रहा है ऐसे स्थानों को चिन्हित कर पानी भरने के कारणों का पता लगाया जाये। नगर निगम पानी भरने के कारण पता कर बाधक अतिक्रमण और अन्य रूकावट दूर करें।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा