खनन क्षेत्र में किए गए सुधारों और नवाचारों से मप्र सहित सभी राज्यों को मिलेगा लाभ : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- मध्यप्रदेश को मिनरल ब्लॉक्स की नीलामी में मिला प्रथम स्थान
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्यों के खनन मंत्रियों के सम्मेलन को किया संबोधित
भोपाल, 23 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय खनन मंत्रालय द्वारा खनन क्षेत्र में किए गए सुधारों ओर नवाचारों से मध्यप्रदेश सहित सभी राज्यों को लाभ मिलेगा। हमारी समृद्ध भू-गर्भ संपदा में अनेक संभावनाएं छिपी हैं, इन सुधारों के क्रियान्वयन और नवाचारों को अपनाने से प्रदेश आर्थिक रूप से सुदृढ़ होगा। खनन प्रक्रिया में लाई गई पारदर्शी और जवाबदेह व्यवस्था से खनन क्षेत्र को लेकर समाज में विश्वसनीयता बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को राज्यों के खनिज मंत्रियों के दूसरे सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता केन्द्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने की। मिनरल ब्लॉक्स की नीलामी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मध्यप्रदेश को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ, जिसका भारत सरकार द्वारा जारी प्रमाण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि 29 खनिल ब्लॉकों की नीलामी कर मध्यप्रदेश ने देश में प्रथम रहा है। मध्यप्रदेश की क्रिटिकल मिनरल रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव को प्रदान की गई।
माइनिंग एंड बियोंड विषय पर लगाई गई प्रदर्शनी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव तथा केन्द्रीय मंत्री जोशी ने केंद्रीय खान मंत्रालय द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, जिला खनिज प्रतिष्ठान सहित देश की प्रमुख खनन कंपनियों, निजी एजेंसियों और स्टार्ट-अप्स द्वारा अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव तथा केन्द्रीय मंत्री जोशी ने मंत्रोच्चार के बीच दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कॉफी टेबल बुक बिल्डिंग ट्रस्ट-ट्रासंफोर्मिंग लाईव्ज़ का विमोचन भी किया गया। इसके साथ ही एवरेज सेल प्राईज सिस्टम प्लेटफार्म तथा स्टार रेटिंग ऑफ माइन्स का डिजिटल लोकार्पण किया गया। एक्सप्लोरेशन लायसेंस रूल्स का भी विमोचन हुआ। खनन क्षेत्र में हुए प्रक्रियागत सुधारों और नवाचारों पर लघु फिल्म का भी प्रदर्शन हुआ।
धर्म, संस्कृति और संस्कार में भी सम्पन्न है मप्र
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश गान का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारा प्रदेश वन संपदा, खनिज संपदा और प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध होने के साथ-साथ संस्कार, संस्कृति और धार्मिक रूप से भी उन्नत और सम्पन्न है। मध्यप्रदेश को राज्यों के खनिज मंत्रियों के सम्मेलन का अवसर देने के लिए राज्य सरकार केन्द्रीय मंत्री जोशी की आभारी है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और केन्द्रीय मंत्री जोशी के मार्गदर्शन में खनन क्षेत्र की चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना करते हुए खनन क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों और नवाचारों से राज्यों के आर्थिक सुदृढ़ीकरण में मदद मिलेगी, उड़ीसा द्वारा राजस्व वृद्धि के लिए अपनाया गया मॉडल अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय है।
समुद्री क्षेत्र में भी खनिज की खोज कर रहा है भारत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के भू-भाग सहित समुद्री क्षेत्र की खनिज संपदा को खोजने और उसके उपयोग के लिए की गई पहल सराहनीय है। खनन से संबंधित प्रक्रियाओं सहित सम्पूर्ण शासन व्यवस्था में क्रियान्वित किए गए नवाचार और पारदर्शी एवं शुचितापूर्ण व्यवस्था से प्रधानमंत्री मोदी का स्वरूप, सम्राट विक्रमादित्य का आभास कराता है। देश के विभिन्न भौगोलिक भागों में विद्यमान खनिज संपदा की सटीक जानकारी की बढ़ती उपलब्धता से देश की उन्नति के द्वार खुल रहे हैं, माइनिंग ब्लॉक्स की नीलामी जैसी गतिविधियों से खनिज संपदा का देश की उन्नति के लिए अधिक से अधिक उपयोग संभव हुआ है। माइनिंग फंड से लोगों की जिन्दगी बदलने के लिए किए जा रहे कार्य सराहनीय है।
पर्यावरण तथा वन विभाग से संबंधित समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए विशेष पहल की जाएगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विभिन्न प्रदेशों के खनिज मंत्रियों का यह सम्मेलन खनन क्षेत्र में प्रगति के लिए निश्चित ही मील का पत्थर साबित होगा, खनन क्षेत्र में आ रही अंतर्विभागीय कठिनाइयों के समाधान का भी मार्ग इससे प्रशस्त होगा। साथ ही खनन क्षेत्र में पर्यावरण तथा वन विभाग से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए विशेष पहल की जाएगी।
राज्यों के खनिज मंत्रियों के सम्मेलन में उड़ीसा के इस्पात एवं खान मंत्री प्रफुल कुमार मलिक, कर्नाटक के खान मंत्री एस.एस. मलिकानुर्जन, उत्तरप्रदेश के एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, नागालैंड के विधायक तथा खनिज सलाहकार डब्ल्यू.सी. कोनयक, केन्द्रीय खनन मंत्रालय के सचिव वी.एल. कांताराव, अतिरक्त सचिव संजय लोहिया तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। सम्मेलन में आंध्रप्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, उड़ीसा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तरप्रदेश को क्रिटिकल मिनरल रिपोर्ट्स भी सौंपी गई।
हिन्दुस्थान समाचार / उमेद/मुकेश