इंदौरः फार्मास्युटिकल इकाइयों के विकास व क्षमतावर्धन के लिए सिडबी द्वारा क्लस्टर इंटरवेशन कार्यक्रम प्रारंभ
इंदौर, 24 अगस्त (हि.स.)। इंदौर शहर के फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के विकास के लिए सिडबी द्वारा क्लस्टर इंटरवेशन कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य फार्मास्युटिकल इकाइयों का क्षमतावर्धन करना एवं उन्हें क्लस्टर तंत्र के तहत लाभ दिलाना है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ शनिवार को होटल रेडिसन में आयोजित कार्यक्रम में किया गया। इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन ग्रांट थॉर्नटन भारत एलएलपी द्वारा किया जा रहा है।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के ड्रग कंट्रोलर मयंक अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यप्रदेश स्माल ड्रग मेन्युफ्रेक्चरर एसोसिएशन द्वारा की गई। इस अवसर पर डिप्टी ड्रग कंट्रोलर अरविंद कुकरेती, सीडीएससीओ हेड क्वार्टर नईदिल्ली के परेश चावला, एमपीएसडीएमए के सचिव अजय सिंह दासुंदी, सिडबी बैंक के प्रतिनिधि स्मृति वाजपेयी एवं ग्रांट थॉर्नटन से वी. पदमानंद भी मौजूद थे।
बताया गया कि स्माल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी) सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम के संवर्धन, वित्त पोषण और विकास के लिये एक प्रमुख वित्तीय संस्थान है। यह कार्यक्रम मध्य प्रदेश लघु औषधि निर्माता संघ (एमपीएसडीएमए) के सहयोग से आयोजित किया गया। प्रो. वी. पद्मानंद ने कार्यक्रम के उद्देश्यों, फार्मास्युटिकल क्लस्टर में लागू किए जाने वाले क्लस्टर हस्तक्षेपों के बारे में बताया। इंदौर के फार्मास्युटिकल क्लस्टर को अपार संभावनाओं वाले क्षेत्र का एक बेहतरीन उदाहरण बताते हुए स्मृति ने व्यवसाय विकास सेवा प्रदाता नेटवर्क और पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
हिन्दुस्थान समाचार/घनश्याम
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर / नेहा पांडे