सतनाः जनसहयोग से की गई प्राचीन बावड़ी की सफाई

 




सतना, 10 जून (हि.स.)। राज्य शासन द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल संरचनाओं कुंआ, बावड़ी, तालाब तथा अन्य प्राचीन जल स्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन के लिये विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को ग्राम पंचायत सेमरा अंतर्गत बैहर की प्राचीन बावड़ी की पंचायत के कर्मचारियों और स्थानीयजनों द्वारा श्रमदान कर सफाई की गई।

बैहर की प्राचीन बावड़ियाँ जो साफ-सफाई और मरम्मत के अभाव में उपयोग करने योग्य नहीं रह गई। स्थानीयजनों ने जनभागीदारी निभाते हुये बावड़ी में जमा कचरे और अनावश्यक उगे हुये पौधों को उखाड़कर बावड़ी की सफाई का कार्य किया गया। साथ ही आमजन से अपील की गई कि वे बावड़ियों में कचरा, गंदगी आदि न करें। इसी प्रकार अभियान की गतिविधियां संचालित करते हुये नागौद विकासखंड के ग्राम गिंजारा एवं रामपुर बघेलान विकासखंड के ग्राम गोलहटा में नाली निर्माण एवं नाली सफाई का कार्य कराया गया। ग्राम इटौर में स्थानीयजनों द्वारा सोकपिट की साफ-सफाई की गई।

जल गंगा संवर्धन अभियानः बिनैका तालाब की सफाई के लिये किया गया श्रमदान

प्रदेश में 5 जून से 16 जून गंगा दशहरा तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। मैहर जिले में कलेक्टर रानी बाटड के मार्गदर्शन में अभियान के तहत सोमवार को बिनैका तालाब की सफाई के लिये श्रमदान किया गया। नगर पालिका मैहर के कर्मचारियों, स्थानीय प्रतिनिधियों, आमजनों एवं संविदाकारों ने जनभागीदारी से निभाते हुये तालाब की सफाई में श्रमदान किया। तालाब में जमा प्लास्टिक, पॉलीथीन, झाड़ियों एवं किनारे पर एकत्रित कीचड़ को जनसहयोग से हटाने का कार्य किया गया।

नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा उपस्थित जनों को अभियान के बारे में जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त किये गये संसाधन जीवन में सबसे ज्यादा उपयोगी है। इनकों संरक्षित रखने और सुरक्षित करने में ही हम सब की भलाई है। राज्य शासन द्वारा शुरु किये गये जल गंगा संवर्धन अभियान से प्राकृतिक जल संरचनाओं के संरक्षण और जीर्णोद्धार का काम किया जा रहा है। अभियान की सफलता के लिये जनसहयोग आवश्यक है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/मयंक