विदिशाः अक्षय तृतीया पर हो रहा था बाल विवाह, जिला प्रशासन ने रुकवाया

 


विदिशा, 10 मई (हि.स.)। जिले में अक्षय तृतीया के अवसर पर शुक्रवार को ग्राम दुलई में बाल विवाह हो रहा था। जिला प्रशासन की टीम ने सूचना प्राप्त होने पर मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाइश दी और बाल विवाह को होने से रुकवाया। यह जानकारी जिला स्तरीय कंट्रोल रूम प्रभारी महिला एवं बाल विकास विभाग की सहायक संचालक आकांक्षा मरावी ने दी।

उन्होंने बताया कि कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने जिले में अक्षय तृतीया पर बाल विवाह न हो, इसके लिए विशेष प्रबंध सुनिश्चित किए थे। जिला मुख्यालय के साथ-साथ खण्ड मुख्यालयों पर कंट्रोल रूम गठित किए गए थे। वहीं बाल विवाह रोकने के लिए जिला, खण्ड एवं ग्राम स्तर पर पृथक-पृथक समितियां गठित की गई थीं, जो बाल विवाह रोकने के दायित्वों का निर्वहन कर रही थीं। शुक्रवार को कंट्रोल रूम को ग्राम दुलई में बाल विवाह होने की सूचना प्राप्त होने पर अबिलंव करारिया पुलिस थाना पुलिस बल की टीम के साथ विभागीय अधिकारी, कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने तत्काल कार्यवाही करते हुए बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम की जानकारी देते हुए बालक परिवर्तित नाम चिंटू की उम्र 21 वर्ष से कम पाए जाने पर दंडनीय अपराध से अवगत कराया गया।

समझाइश के बाद परिवार ने विवाह रोक दिया एवं 21 वर्ष आयु पूर्ण होने के बाद विवाह करने का संकल्प लिया है। टीम के द्वारा संपादित उक्त कार्यवाही में महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी जयंती बाला, सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश ताम्रकार, पर्यवेक्षक रागिनी भार्गव एवं करारिया पुलिस थाना स्टाफ के सदस्य शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा