रतलाम: विधार्थी परिषद के तीन दिवसीय अधिवेशन का शुभारम्भ मुख्यमंत्री करेंगे
रतलाम, 26 दिसम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय विधार्थी परिषद मालवा प्रांत का तीन दिवसीय अधिवेशन 28 दिसम्बर से शुरू होगा मुख्यमंत्री मोहन यादव सम्मेलन का शुभारम्भ करेगे राष्ट्रीय महामंत्री वीरेन्द्र सिह सोलंकी विशेष अतिथि होंगे।
यह जानकारी प्रदेश मंत्री दर्शन कहार ने पत्रकारोँ से चर्चा करते हूए दी। उन्होंने बताया कि अधिवेशन मेँ शिक्षा, समाज, स्वास्थ, रोजगार एवं पर्यावरण जैसे विषयों पर मंथन होगा व प्रस्ताव पारित किये जाएगे।
श्री कहार ने बताया कि स्थापना काल के बाद पहली बार प्राँतिय अधिवेशन 28 से 30 दिसंबर तक रतलाम के रूद्र पैलेस में आयोजित होगा।
अधिवेशन में संगठनात्मक 22 जिलों के विभिन्न महविद्यालयों से लगभग 550 से अधिक प्रतिनिधि जिसमें विद्यार्थियों सहित शिक्षक, शिक्षाविद, सम्मिलित होंगे।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव एवं विशेष अतिथि के रूप में अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह 28 दिसंबर को दोपहर 3 बजे करेगे।
इस अधिवेशन में विभिन्न सत्रों में सामाजिक, शैक्षिक विषयों पर चर्चा करते हुए प्रस्ताव लाए जाएंगे, अधिवेशन में शिक्षा क़ि भारतीय संकल्पना और वर्तमान परिदृश्य एवं वन्देमातरम राष्ट्रर्भक्ति की अमर पुकार विषयों पर भाषण होगा। विभिन्न सत्रों मेँ सामाजिक, शैक्षणिक विषयों पर विचार प्रस्तुत किये जाएंगे।
श्री कहार ने एक प्रश्न के उतर में बताया कि छात्र संघ के चुनाव 1917के बाद नही हूए, हमारी मांग है चुनाव हर वर्ष हो ताकि नया नेतृत्व उभरे, आवश्यक हुआ तो इस मांग को लेकर आंदोलन भी करेगे।
श्री कहार ने बताया क़ि अधिवेशन में प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, प्रदर्शनी का नाम जनजातीय समाज के उत्थान के लिए अपना जीवन खपाने वाले मामा बालेश्वर दयाल के नाम पर रखा गया जिसमें अभाविप के वर्ष भर संगठनात्मक, कार्यक्रमात्मक विभिन्न आयाम गतिविधि कार्य के साथ, प्रो. यशवंत राव केलकर, भगवान बिरसा मुंडा, संविधान लेखन, संघ शताब्दी वर्ष, वन्देमातरम के 150 वर्ष, रतलाम की ऐतिहासिक धरोहर एवं रतलाम रेलवे के 100 वर्ष जैसे विषयों को लेकर प्रदर्शनी में चित्र लगाए जाएंगे। प्रदर्शनी उद्घाटन 27 दिसंबर को शाम 5 बजे होगा।
इस अधिवेशन में 11 सत्र रहेंगे साथ ही 29 दिसंबर को समस्त छात्र शक्ति के साथ नगर में शोभा यात्रा कला विज्ञान महाविधालय से निकलेगी जो धान मंडी में खुला अधिवेशन में परिवर्तित होगी जिसमें विभिन्न शैक्षणिक सामाजिक मुद्दों पर छात्र प्रतिनिधियों के भाषण होगे।
हिन्दुस्थान समाचार / शरद जोशी