नाले में बही कार, आज मिला एडीपीओ का शव, कल मिला था व्यापारी शिवम गुप्ता की लाश

 




शिवपुरी, 9 जुलाई (हि.स.)। शिवपुरी में साेमवार काे एक व्‍यापारी की लाश सरकारी वकील की कार में बुधना नदी में मिली थी, जबिक मंगलवार काे वहीं एडीपीओ का शव बरामद किया गया है। बता दे कि राकेश रोशन पिछोर न्यायालय में सहायक अभियोजन अधिकारी के पद पर हैं। वे रविवार शाम को अपने साथी शिवम गुप्ता के साथ घर से निकले थे। इसके बाद सोमवार सुबह उनकी कार बुधना नदी के पुल के नीचे मिली। कार में शिवम का शव था। देर शाम तक नदी में एडीपीओ की तलाश की गई, अंधेरा होने पर रेस्क्यू बंद कर दिया गया। लापता एडीपीओ राकेश रोशन की सुबह फिर तलाश शुरू कर दी गई है। आशंका जताई जा रही है कि रपटा पार करने के दौरान कार उफनते नाले में बही है। कार बहते हुए बुधना नदी के पुल तक आ गई। पुल से रपटा एक किलोमीटर की दूरी पर है।

बता दे कि इस घटना में पिछोर निवासी शिवम गुप्ता के पिता थाने आए थे। उन्होंने बताया कि बेटा रविवार शाम करीब 8 बजे से लापता है। वह राकेश रोशन के साथ गया था। सोमवार सुबह करीब 10 बजे पिछोर टीआई रत्नेश यादव के पास कॉल आया कि पिछोर चंदेरी रोड पर बुधनी नदी में पुल के नीचे कार का टायर दिख रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से कार बाहर निकाली। कार के बाहर आते ही पता चला कि यह गाड़ी एडीपीओ राकेश रोशन भदौरिया की है। इसके बाद लाश की पहचान शिवम गुप्ता के रूप में हुई।

जानकारी के अनुसार कार में एडीपीओ राकेश रोशन और शिवम गुप्ता के साथ सुजवाहा गांव का रहने वाला केदारनाथ भी सवार था, लेकिन वह रास्ते में अपने गांव में उतर गया था। केदारनाथ सेन शिवम गुप्ता का परिचित है। उसके परिवार में शादी है। जिसकी खरीददारी के लिए वह पिछोर आया हुआ था। केदारनाथ रविवार को अपने गांव जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहा था। इस दौरान उसे शिवम गुप्ता मिल गया।

केदारनाथ कार में सवार होकर शिवम और एडीपीओ राकेश रोशन के साथ अपने गांव सुजवाहा के बाहर तक गया। जब दोनों ने केदार को सुजवाहा गांव छोड़ा, उस वक्त तेज बारिश हो रही थी। सुजवाहा गांव से लौटते वक्त नाला उफान पर था। अनुमान लगाया जा रहा है कि रपटा पार करते वक्त कार सहित दोनों नाले में बह गए।

शिवम के पिता अवध कुमार ने पिछोर पुलिस को बताया कि बेटे को 7 जुलाई की रात 8 बजे कॉल किया था। शिवम ने कहा था कि घर के सामने वाले केदार की दुकान पर एडीपीओ राकेश रोशन के साथ बैठा हूं। थोड़ी देर में घर आ रहा हूं। रात 10 बजे तक भी बेटा घर नहीं आया तो उसे कॉल लगाया। उसका फोन लगातार बंद आ रहा था। तलाशने के बाद भी शिवम का पता नहीं चला। एडीपीओ के क्वार्टर में भी ताला लगा था। शिवम का दिल्ली में कारोबार है। करीब चार दिन पहले ही वह पिछोर लौटा था। शिवम की शादी नहीं हुई थी। वहीं, एडीपीओ का परिवार ग्वालियर में रहता है।

इसके बाद पुलिस आज मंगलवार को भी नदी में एडीपीओ को तलाश कर रही थी। दोपहर 12 बजे बुधना नदी ने एक लाश को उगला। जिसकी पहचान एडीपीओ राकेश रोशन के रूप में हुई है। फिलहाल रपटा पर पानी होने की बजह से पार करते समय वह जाने की बात सामने आई है।

मामले में एसडीओपी प्रशांत शर्मा ने बताया कि हमारी पुलिस टीम बीते रोज से तलाश कर रही थी। आज मंगलवार को भी पुलिस की तलाश जारी थी। इसके बाद आज दोपहर करीब 12 बजे सरकारी बकील राकेश रोशन की लाश हमें बुधना नदी में मिली है। फिलहाल दोनो की मौत का कारण नदी पार करते समय बह जाना स्पष्ट हुआ है। बांकि इस मामले में जांच के बाद जो आएगा उसी के आधार पर कुछ बताया जा सकता है। हिंदुस्थान समाचार/ युगल किशोर शर्मा

हिन्दुस्थान समाचार / युगल किशोर शर्मा / राजू विश्वकर्मा