दतियाः घर में लगी आग में जिंदा जले पति-पत्नी और बेटी की एक साथ उठी अर्थी

 


दतिया, 29 मई (हि.स)। मध्य प्रदेश के दतिया जिले के ग्राम तिगरु में गत दिवस मकान में आग लगने से जिंदा जले पति-पत्नी और उनकी नौ साल की बेटी की अर्थी साथ उठी। बुधवार को तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। हादसे में एकवल बड़ा बेटा बचा है, जो सदमे में है। वह मां-पिता और बहन को याद कर रहा है। उसका रो-रोकर बुरा हाल है। घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

बता दें कि दतिया के ग्राम तिगरु में मंगलवार को दोपहर में वीरू करण (37) के कच्चे मकान में आग लग गई थी। वीरू करण के साथ ही उसकी पत्नी सरस्वती (34), बेटा राम (7) और नौ साल की बेटी निधि आग की लपटों में घिर गए। वीरू ने अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया। पत्नी और नौ साल की बेटी की रात में उपचार के दौरान मौत हो गई। बेटे राम का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं, 10 साल का बड़ा बेटा हादसे के समय बाहर खेल रहा था, इसलिए वह आग की चपेट में आने से बच गया।

ग्रामीणों के अनुसार,वीरू के घर के बगल में कचरे के ढेर के ऊपर से हाईटेंशन लाइन निकली है। हाईटेंशन लाइन में शॉर्ट सर्किट के बाद कचरे में आग लग गई। वीरू ने पानी डाल कर आग बुझा दी थी। इसके बाद परिवार के साथ झोपड़ी में सोने चला गया। दोपहर में तेज हवा चल रही थी। कचरे के ढेर में अंदर ही अंदर फिर आग सुलग गई। उसी से उठी एक चिंगारी हवा के साथ झोपड़ी की कच्ची छत पर जा पहुंची। इससे छप्पर ने तेज आग पकड़ ली। परिवार कुछ समझ पाता इससे पहले ही छप्पर उन पर गिर गया। परिवार की चीख पुकार सुन ग्रामीण मौके पर पहुंचे। टिल्लू पंप से आग बुझाने की कोशिश की। घर के अंदर फंसे परिवार को बाहर निकाला।

ग्रामीणों ने बताया कि छप्पर गिरने से पूरा परिवार झुलस गया था। उन्हें बचाने में गांव के रविंद्र सेन, आकाश लोधी और ममेरे भाई रामनारायण कर्ण के भी हाथ झुलस गए। हम घायलों को इंदरगढ़ अस्पताल ले गए। रास्ते में ही वीरू ने दम तोड़ दिया। उसकी पत्नी और दोनों बच्चों को दतिया जिला अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने वीरू को मृत घोषित कर दिया था। इधर, जिला अस्पताल में इलाज के दौरान रात करीब नौ बजे महिला सरस्वती और बेटी निधि की मौत हो गई। वहीं बेटे का इलाज जारी है। डॉक्टर उसकी स्थिति फिलहाल खतरे से बाहर बता रहे हैं।

जानकारी मिलने पर रिश्तेदार भी अस्पताल पहुंचे। नायब तहसीलदार मनोज दिबाकर ने बताया कि मृतक के परिवार को 13 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। चार-चार लाख रुपए मृतकों के और एक लाख रुपये घर के क्षतिग्रस्त होने पर दिए जा रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा