बड़वानीः केंद्रीय जेल में हुआ बंदी अधिवक्ता संवाद कार्यक्रम
बड़वानी, 3 मई (हि.स.)। केन्द्रीय जेल बड़वानी में शुक्रवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जेल प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में बंदी-अभिभाषक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जेल अधीक्षक शेफाली तिवारी ने बताया कि इस प्रकार का संवाद कार्यक्रम पहली बार अयोजित किया जा रहा है। बंदियों से उनके प्रकरणों में चर्चा हेतु डिफेंस काउंसिल के अधिवक्तागण तो जेल पर उपस्थित होते ही है, किन्तु प्राइवेट वकीलों द्वारा भी बंदियों से संवाद निरंतर स्थापित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय जेल बड़वानी में परिरूद्ध अधिकांश बंदियों को उनके प्रकरण में चल रही कार्रवाई के संबंध में जानकारी नहीं होती है। जिन बंदियों की वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी होती है उन्हें अपने वकील से चर्चा करने का मौका नहीं मिलता, जिस कारण बंदियों को अपने प्रकरण में उदासीनता लगती है।
कार्यक्रम के माध्यम से बंदियों को उनके प्रकरण में आने वाली समस्याएं बताई गई एवं कार्रवाई के संबंध में अवगत कराया गया। शिविर में बंदियों ने उपस्थित वकीलों से अपने प्रकरण के बारे में सवाल पूछे गए जिनके जवाब वकीलों के द्वारा दिए गए। कार्यक्रम में लगभग 35 अभिभाषकों द्वारा भाग लिया गया।
शिविर में जिला न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मानवेन्द्र पवार, न्यायायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी विनय जैन, न्यायायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी पूजा विजयवर्गीय जैन, विधिक सेवा अधिकारी दिलीप सिंह मुजाल्दा, अध्यक्ष अभिभाषक संघ पुरुषोत्तम मुकाती, चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल हेमेन्द्र कुमरावत, जेल उप अधीक्षक कुसुमलता डावर, सहायक जेल अधीक्षक राधेश्याम वर्मा एवं सहायक जेल अधीक्षक विनय काबरा उपस्थित रहे। मानवेन्द्र पवार एवं विनय जैन द्वारा बंदियों को न्यायालय में कार्रवाई किस प्रकार चलती है इस बारे में अवगत कराया गया। मुकाती द्वारा अभिभाषकों की ओर से की जाने वाली प्रक्रिया की जानकारी दी गई।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश