श्योपुर में पांच अवैध कॉलोनियों में फिर चली प्रशासन की जेसीबी

 


श्योपुर , 27 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिला प्रशासन ने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ अपनी मुहिम को पांचवें दिन भी जारी रखा। शनिवार को कलेक्टर अर्पित वर्मा के निर्देश पर गठित चार अलग-अलग टीमों ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पांच अवैध कॉलोनियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए वहां की सड़कों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया।

इससे पहले 13 अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई कर चुके हैं। इन कॉलोनियों के 20 सर्वे नंबरों में प्लॉट के क्रय-विक्रय पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। अवैध कॉलोनियों से संबंधित समस्त मामलों की निगरानी के लिए एक विशेष कॉलोनी सेल का गठन किया गया है, जिसकी जिम्मेदारी डिप्टी कलेक्टर संजय जैन को सौंपी गई है।

चार टीमों ने अलग-अलग क्षेत्रों में की कार्रवाई

शनिवार को कार्रवाई की शुरुआत जिला अस्पताल के पीछे बायपास रोड से हुई, जहां भूमि सर्वे क्रमांक 1683 में विकसित अवैध कॉलोनी पर प्रशासन चार जेसीबी मशीनों के साथ पहुंचा। एसडीएम गगन मीणा के नेतृत्व में सीएमओ और तहसीलदार के दल ने करीब चार घंटे की मेहनत के बाद कॉलोनी की सड़कों को पूरी तरह तोड़ दिया। एक ही स्थान पर अधिक समय लगने के कारण प्रशासन ने कार्य को बांटते हुए चार टीमों का गठन किया। पहली टीम ने पशु चिकित्सालय के पास पंजाब नेशनल बैंक के पीछे सर्वे क्रमांक 1549 और 1553 पर बनी सीसी रोड को ध्वस्त किया। इसके बाद एक टीम ने जैदा मंडी क्षेत्र में नब्बन मार्केट के पीछे सर्वे क्रमांक 269 और 273 पर विकसित कॉलोनी की सड़कों को तोड़ा। वहीं, एक अन्य टीम ने जाटखेड़ा के पास सर्वे क्रमांक 51/1 और 51/2/2 पर करीब 30 बीघा जमीन पर काटी गई अवैध कॉलोनी और फार्म हाउस के खिलाफ कार्रवाई की गई।

अवैध कॉलोनियों के क्रय-विक्रय और पंजीयन पर पूर्ण रोक

जिला प्रशासन द्वारा अवैध कॉलोनियों पर सख्ती बढ़ाते हुए कई क्षेत्रों की भूमि के क्रय-विक्रय और ट्रांसफर पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इसके तहत बड़ौदा के सर्वे क्रमांक 3388, ग्राम जाटखेड़ा के सर्वे क्रमांक 290, श्योपुर कस्बे के सर्वे क्रमांक 375/2/2, 411, 412, 413, ग्राम बगवाज के सर्वे क्रमांक 564 और ग्राम जैदा के सर्वे क्रमांक 75/11 से संबंधित किसी भी प्लॉट के पंजीयन पर रोक लगा दी गई है।

कॉलोनी सेल का गठन और जिम्मेदारियों का निर्धारण

जिले में तेजी से बढ़ रही अवैध कॉलोनियों और लोगों के साथ होने वाली ठगी को रोकने के लिए कलेक्टर ने जिला कॉलोनी सेल का गठन किया है। इस सेल के अध्यक्ष डिप्टी कलेक्टर संजय जैन बनाए गए हैं, जबकि सदस्यों में परियोजना अधिकारी (डूडा) विजय शाक्य, उप पंजीयक, संबंधित तहसीलदार और मुख्य नगर पालिका अधिकारी शामिल हैं। लिपिकीय कार्य के लिए सहायक ग्रेड-3 निष्ठा को नियुक्त किया गया है। यह सेल कॉलोनियों की वैधता की जांच करने, अवैध निर्माण करने वालों पर वैधानिक प्रकरण तैयार करने और सड़कों, पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के भौतिक सत्यापन का कार्य करेगा। यह सेल आम नागरिकों को कॉलोनियों की वैधता के बारे में जानकारी भी उपलब्ध कराएगा।

दस्तावेजों की जानकारी के बाद ही खरीदें भूखण्ड: कलेक्टर

कलेक्टर अर्पित वर्मा ने प्लॉट खरीदने वालों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि किसी भी कॉलोनी में निवेश करने से पहले दस्तावोजों की जानकारी हासिल करें व जिला कॉलोनी सेल से परामर्श अवश्य लें। खरीदारों को सलाह दी गई है कि वे कॉलोनाइजर का रजिस्ट्रेशन नंबर, टीएनसीपी की स्वीकृति, भूमि डायवर्जन के दस्तावेज और मूल रजिस्ट्री की जांच जरूर करें।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत वैष्‍णव