धारः ऐतिहासिक भोजशाला में 63वें दिन भी जारी रहा एएसआई का सर्वे
- भोजशाला में खुदाई, मिट्टी हटाने और लेवलिंग के साथ की गई वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी
भोपाल, 23 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे गुरुवार को 63वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 12 अधिकारियों की टीम 40 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।
ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे सर्वे के दौरान एएसआई की टीम ने भोजशाला में पूरे दिन कई बिंदुओं पर काम किया। पिछले कुछ दिनों से टीम में सदस्यों की संख्या जरूर कम है, लेकिन मजदूर अधिक होने पर मिट्टी हटाने का काम तेज गति से हो रहा है। यहां गुरुवार को उत्तरी व दक्षिणी हिस्से के चिंहित स्थानों से दस फीट की गहराई तक मिट्टी हटाई गई। इसके अलावा पश्चिमी हिस्से खेत वाले स्थानों पर भी मिट्टी हटाने के साथ लेवलिंग की गई। साथ ही जो पुराने अवशेष की नंबरिंग करते हुए फोटो व वीडियोग्राफी भी की गई।
सर्वे के दौरान लगातार मुस्लिम समाज एएसआई पर कोर्ट के आदेशों के अवहेलना का आरोप लगाता रहा है, जिसको लेकर ज्ञापन भी दिए गए थे। इन ज्ञापन में मुस्लिम समाज का कहना है कि ऐतिहासिक भोजशाला में जगह-जगह खुदाई की जा रही है, जिससे उक्त स्थल के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ हो रही है। साथ भोजशाला के अंदर जगह-जगह खोदे गए गड्डों की वजह से शुक्रवार को मुस्लिम समाज द्वारा पढ़ी जा रही नवाज में भी लोगों को दिक्कतें आ रही हैं। शुक्रवार, 24 मई को मुस्लिम समाज द्वारा काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश