अनूपपुर: वन भ्रमण कर बच्चों ने जाना वनों का महत्व,प्रकृति,वन,वन्य प्राणियों को बचाने का लिया संकल्प
अनूपपुर, 22 दिसंबर (हि.स.)। मध्यअ प्रदेश के अनूपपुर जिले के अमरकंटक के शंभूधारा सरोवर में सोमवार को 'अनुभूति' कार्यक्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरकंटक के 126 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इसका उद्देश्य बच्चों को प्रकृति, वनों और वन्य प्राणियों के महत्व से अवगत कराना था, जिसके बाद छात्र-छात्राओं ने इनके संरक्षण का संकल्प लिया। मध्य प्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के निर्देश पर वन परिक्षेत्र अमरकंटक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को वन भ्रमण कराया गया, इस दौरान छात्रों को वनों की संरचना, कई प्रकार के वन्य प्राणियों और उनके आवास के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
वन परिक्षेत्र अधिकारी अमरकंटक, विजय कुमार श्रीवास्तव ने छात्रों को अमरकंटक क्षेत्र में पाए जाने वाले साल वनों के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि साल वन कैसे जल स्तर बनाए रखने में मदद करते हैं, साथ ही अन्य वृक्षों, औषधीय पौधों और दीमक के घरों की जानकारी भी दी। छात्रों को प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया, साल, पीपल और बरगद जैसे वृक्षों से मिलने वाले ऑक्सीजन, तथा बाघ द्वारा वन्य प्राणियों के संरक्षण की भूमिका भी बताई गई। श्रीवास्तव ने विभिन्न प्रजाति के सांपों की पहचान और उनसे बचाव के तरीके सिखाए, साथ ही सर्प दंश पीड़ित व्यक्ति को समय पर सरकारी अस्पताल ले जाने की सलाह दी।
बच्चों को दिया संकल्प
कार्यक्रम में 'चिपको आंदोलन' के तहत बच्चों को वृक्षों से जुड़कर उनके संरक्षण का संकल्प दिलाया गया। ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ताली बजाने और मन की शांति के लिए ध्यान जैसी गतिविधियां भी कराई गईं। इस दौरान प्रकृति, वन और वन्य प्राणियों से संबंधित एक मौखिक क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। नगर परिषद अमरकंटक की अध्यक्ष पार्वती बाई उईके ने सभी उपस्थित लोगों को वन संरक्षण, प्रकृति की रक्षा, साफ-सफाई बनाए रखने और प्लास्टिक का उपयोग न करने की शपथ दिलाई।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला