अच्छी शिक्षा के साथ बच्चों का कौशल उन्नयन भी करेगी नई शिक्षा नीतिः मंत्री उदय प्रताप सिंह

 


- स्कूल शिक्षा मंत्री ने किया सेठ एम आर जयपुरिया स्कूल का शुभारंभ

ग्वालियर, 10 फरवरी (हि.स.)। स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार इस ध्येय के साथ नई शिक्षा नीति लागू कर रही है, जिससे पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों का कौशल उन्नयन भी हो। जब बच्चा पढ़कर निकले तो उसमें इतना कौशल हो कि वह आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से बच्चों को अच्छी शिक्षा तो मिलेगी ही, साथ ही उनका कौशल उन्नयन भी होगा।

स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह शनिवार को ग्वालियर में सेठ एम आर जयपुरिया स्कूल के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। ग्वालियर में छोटी कक्षाओं के लिए सर्व सुविधायुक्त स्कूल खोलने के लिए उन्होंने जयपुरिया स्कूल समूह प्रबंधन को बधाई दी। साथ ही आशा व्यक्त की कि यह स्कूल ग्वालियर के बच्चों का सुनहरा भविष्य गढ़ने में अपना योगदान देने में सफल होगा।

कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ, क्षेत्रीय विधायक सतीश सिंह सिकरवार, स्कूल शिक्षा मंत्री की धर्मपत्नी मंजूषा, जयपुरिया स्कूल समूह के निदेशक कनक गुप्ता तथा स्कूल प्रबंधन से जुड़े अमित दुबे सहित स्कूल प्राचार्य एवं अन्य पदाधिकारी मंचासीन थे।

स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रतिष्ठित निजी स्कूलों की तरह आम लोगों के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए नई शिक्षा नीति बनाई है। मुख्यमंत्री डाँ. मोहन यादव के नेतृत्व में पूरी शिद्दत के साथ नई शिक्षा नीति को लागू कर रही है। आने वाले दो साल में इसके सुखद परिणाम सामने आएँगे और सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के बीच सुविधाओं का जो गेप है वह पूरा होगा।

उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकार सर्व सुविधायुक्त पीएमश्री व सीएम राइज जैसे स्कूल खोल रही है। साथ ही जानकारी दी कि प्रदेश सरकार पहले से संचालित सीएम राइज स्कूलों के अलावा 280 नये सीएम राइज स्कूल खोलने जा रही है।

स्कूल शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि शिक्षा केवल व्यवसाय व धन कमाने का साधन भर नहीं है। इसका प्रमुख काम बच्चों का भविष्य गढ़ना और उन्हें संस्कारवान बनाना है। इसलिए प्राइवेट स्कूल बच्चों के समग्र विकास के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ें।

बच्चों को संस्कृत की शिक्षा देने की जयपुरिया स्कूल की पहल सराहनीयः ऊर्जा मंत्री तोमर

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि खुशी बात है कि ग्वालियर में शुरू हुए सेठ एम आर जयपुरिया स्कूल में बच्चों को विज्ञान व अन्य विषयों के साथ-साथ संस्कृत भाषा और भारतीय संस्कृति की शिक्षा भी दी जाएगी। स्कूल की यह पहल सराहनीय है, इससे संस्कारवान युवा पीढ़ी तैयार होगी। उन्होंने भरोसा जताया कि यह स्कूल ग्वालियर के बच्चों का बेहतर भविष्य गढ़ेगा।

पाठ्यपुस्तक विकास निगम के अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ व विधायक सतीश सिकरवार ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। साथ ही ग्वालियर में सेठ एम आर जयपुरिया स्कूल की श्रृंखला शुरू करने के लिए प्रबंधन को बधाई दी। कार्यक्रम में जयपुरिया स्कूल समूह के निदेशक, प्रबंधक व प्राचार्य ने भी विचार व्यक्त कर स्कूल की खूबियों पर प्रकाश डाला।

आरंभ में स्कूल शिक्षा मंत्री सहित अन्य अतिथियों ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्ज्वलन कर स्कूल का शुभारंभ किया। अतिथियों ने इसके बाद स्कूल की कक्षाओं एवं बच्चों के लिए जुटाई गई अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। उदघाटन समारोह में अतिथियों ने स्कूल के ब्रोसर का अनुमोदन भी किया।

सेवन आई वर्ल्ड स्कूल भी पहुँचे स्कूल शिक्षा मंत्री

स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ग्वालियर प्रवास के दौरान शिवपुरी लिंक रोड पर स्थित सेवन आई वर्ल्ड स्कूल भी पहुँचे। इस दौरान उन्होंने स्कूल में उपलब्ध सुविधाओं व शैक्षणिक कार्यों का प्रजेंटेशन देखा। इस अवसर पर मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ व विनोद शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा दीपक पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार, डीपीसी रविन्द्र सिंह तोमर व क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एच के सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश