छात्रवृत्ति के सभी प्रकरण 31 मार्च तक अनिवार्य रूप से निराकृत करें: कमिश्नर
- अंकसूची न मिलने से छात्रवृत्ति रूकी तो कुल सचिव पर होगी कार्यवाही
रीवा, 28 मार्च (हि.स.)। रीवा संभाग के कमिश्नर गोपालचन्द्र डाड ने गुरुवार को हुई बैठक में छात्रवृत्ति वितरण की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि शासन द्वारा पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाता है। किसी की लापरवाही से यदि विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह गया तो दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी। हर पात्र विद्यार्थी से समय पर आवेदन दर्ज कराकर उसे छात्रवृत्ति का लाभ देना हम सबकी जिम्मेदारी है। छात्रवृत्ति के आवेदन के सत्यापन तथा भुगतान के सभी प्रकरण 31 मार्च तक अनिवार्य रूप से निराकृत करें। जिन शासकीय और निजी महाविद्यालयों के प्राचार्यों ने पात्र विद्यार्थियों के आवेदन नहीं कराए हैं उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा पिछड़ावर्ग के प्रत्येक पात्र विद्यार्थी को छात्रवृत्ति का लाभ अनिवार्य रूप से दें।
समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने कहा कि कई नोडल अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद भी विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों की अंकसूची जारी नहीं की गई है। अंकसूची के अभाव में छात्रवृत्ति के आवेदन अपडेट नहीं हो पा रहे हैं। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलसचिव तीन दिवस में सभी विद्यार्थियों को अंकसूची उपलब्ध कराएं। अंकसूची के अभाव में यदि छात्रवृत्ति का 31 मार्च तक भुगतान नहीं होता है तो कुलसचिव के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। छात्रवृत्ति का भुगतान विश्वविद्यालय को करना होगा। कमिश्नर ने टीआरएस कालेज रीवा में छात्रवृत्ति के 109 आवेदन लंबित रहने पर प्राचार्य को कड़ी फटकार लगाई।
बैठक में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि छात्रवृत्ति के सभी नोडल अधिकारी लंबित आवेदन पत्रों का तत्काल सत्यापन कर दें। आवेदन पत्र दर्ज कराने में देरी करने वाले प्राचार्यों पर कार्यवाही प्रस्तावित करें। प्रभारी जिला संयोजक सभी स्वीकृत आवेदनों में तत्काल राशि जारी करा दें। सहायक संचालक पिछड़ावर्ग भी लंबित आवेदनों की शिक्षण संस्थावार सूची बनाकर उनका सत्यापन कराकर भुगतान कराएं।
बैठक में बताया गया कि रीवा जिले में स्कूल शिक्षा विभाग में 14 हजार से अधिक विद्यार्थियों द्वारा छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया गया है। पिछड़ावर्ग छात्रवृत्ति के लिए 7218 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है जिसमे से 4417 को मंजूर कर दिया गया है। संकुल प्राचार्यों द्वारा छात्रवृत्ति के आवेदनों का सत्यापन करके भुगतान किया जा रहा है।
बैठक में कुलसचिव सुरेन्द्र सिंह, प्रभारी जिला संयोजक तथा संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ आरपी सिंह, संयुक्त संचालक शिक्षा एसके त्रिपाठी, प्राचार्य टीआरएस कालेज अर्पिता अवस्थी, प्राचार्य कन्या महाविद्यालय विभा श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी सुदामा गुप्ता, उपायुक्त डीएस सिंह एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
अंकसूची के लिए विश्वविद्यालय से संपर्क करें
कमिश्नर गोपालचन्द्र डाड ने कहा कि कई विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद अंकसूची प्राप्त न होने से छात्रवृत्ति के आवेदन पत्र लंबित हैं। विश्वविद्यालय के कुलसचिव को सभी विद्यार्थियों को तीन दिवस में अंकसूची उपलतब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिन विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया है तथा अंकसूची उपलब्ध न होने से उनका आवेदन लंबित है। ऐसे सभी विद्यार्थी अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलसचिव से संपर्क कर अपनी अंकसूची प्राप्त करें। अंकसूची अपने कालेज के प्राचार्य के माध्यम से नोडल प्राचार्य को उपलब्ध कराएं जिससे छात्रवृत्ति के आवेदन का सत्यापन कर भुगतान किया जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश