रतलाम: निजीकरण के विरोध में रेलकर्मियों ने प्रदर्शन किया

 


रतलाम, 23 सितंबर (हि.स.)। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर निजीकरण के विरोध में लोको मोटिव केयर सेन्टर (डीजल शेड) रतलाम में शुक्रवार को सुबह मंडल मंत्री मनोहर सिंह बारठ के नेतृत्व में यह प्रदर्शन रखा गया।

बारठ ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा निजीकरण को बढ़ावा देते हुए भारतवर्ष के कारखानों एवं उत्पादन इकाइयों कोच फैक्ट्री में उत्पादन एवं कई प्रोडक्शन यूनिट जहां रेलवे कर्मचारी काम कर रहे हैं और उत्पादन भी अधिक हो रहा है। उत्पादन को देखते हुए सरकार की मंशा ठीक नहीं होने के कारण निजी कंपनियों को देने की साजिश कर रही है और निजीकरण को बढ़ावा दे रही है जहां कर्मचारियों के हित की बात आती है वहां सरकार अपना रवैया बदल लेती है।

उन्होंने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम को समाप्त करते हुए ओल्ड पेंशन स्कीम के बारे में सरकार नहीं सोच रही है रेल कर्मचारियों का पिछले कई समय से रात्रिकालिन भत्ता एवं उसका एरियर का भुगतान नहीं कर रही है। कर्मचारी साथियों हमें एकजुटता का परिचय देना है और हमारे हकों के लिए लडऩा है।

मंडल कोषाध्यक्ष शैलेश तिवारी ने कहा कि आज डीजल शेड का नाम लोकोमोटिव के सेंटर हो गया है। यह डीजल शेड कर्मचारियों की ही देन है आज लोकोमोटिव के सेंटर में 118 से अधिक इलेक्ट्रिक लोको का मेंटेनेंस हो रहा है। एक अच्छी उत्पादन इकाई को निजी करण नहीं होने देंगे सरकार की मंशा है कि इसे भी धीरे-धीरे सरकार निजी हाथों में देने का कार्य करने का मन बना रही है। सरकार ऐसा करती है तो तो कर्मचारियों के लिए ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन एवं वेस्टर्न रेलवे इंप्लाइज यूनियन हर एक कर्मचारी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी