अनूपपुर: गोबर को ईश्वर का रूप दे गौवंश पालकों ने की गोवर्धन पूजा, ग्रमीणों ने लोकगीत व लोकनृत्य कर मनाया पर्व

 






अनूपपुर, 26 अक्टूबर (हि.स.)। दीपावली के दूसरे दिन सूर्यग्रहण के कारण तिथि में परिर्वतन हुआ और तीसरे दिन बुधवार को जिले भर में गौवंश पालकों सहित अन्य लोगों ने गोवर्धन पूजन किया। त्यौहार का भारतीय लोकजीवन में बहुत महत्व है। इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है। वहीं ग्राम पंचायत जमुड़ी में गोवर्धन पूजा का विशेष आयोजन किया गया। वहीं जिला मुख्याालय की रामजानकी मंदिर सहित जिले की अन्य मंदिरों में अन्नकूट का प्रसाद वितरण हुआ।

कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोर्वधन की पूजा की जाती है और इसके प्रतीक रूप में गाय है। गोवर्धन पूजन में गोबर से ईश्वर का स्वरूप देकर पूजा कर पशु मालिकों ने अपनी गाय, बैल, भैंस, बकरियों का पूजन अर्चन किया। लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। गोवर्धन पूजा में गौधन की पूजा की जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उसी प्रकार पवित्र होती जैसे नदियों में गंगा। गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया। वहीं बुधवार को परीवा भी माना गया जहां व्यापारियों, मजदूरों, वाहन मालिको सहित अन्य श्रम से जुड़े कार्यक्रम बंद रहे,व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर ताला लगा रहा।

माना जाता हैं कि जब कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उँगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएँ उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे। सातवें दिन भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और प्रतिवर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा।

ग्राम पंचायत जमुड़ी के ग्राम डिडवापनी (पटपरहा टोला) में विशेष आयोजन किया गया। प्रकृति और मानव के बीच प्रेम के इस त्यौहार में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व युवा बच्चे शामिल हुए। जहां सामाजिक रीति रिवाज पुरानी परम्परा को लेकर गोवर्धन पूजा के दिन मौन व्रत रह कर और शाम को गौ माता पूजा कर मौन व्रत को तोड़ा। गोवर्धन पूजा की शुरुआत प्रकृति एवं गाय की पूजा के साथ की। गायों के पैरों में घुंघरू टीका लगाकर उनकी विशेष पूजा की गई। तत्पश्चात युवाओं द्वारा पारंपरिक नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। इस दौरान लोकगीत व लोकनृत्य का आकर्षण रहा। इसे देखने के लिए भारी संख्यावमें ग्रमीणों सहित जनपद अध्यक्ष राजीव सिंह शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला