मैहर में 50वां उस्ताद अलाउद्दीन खां समारोह मंगलवार से

 


- गायन, वादन और नृत्य से अर्पित करेंगे आदरांजलि

भोपाल, 7 अक्टूबर (हि.स.)। तीन दिवसीय 50वां उस्ताद अलाउद्दीन खां समारोह मंगलवार, 08 अक्टूबर से मैहर में आयोजित किया जा रहा है। संस्कृति विभाग उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के संयोजन में जिला प्रशासन द्वारा 8 से 10 अक्टूबर तक समारोह आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा। यह जानकारी सोमवार को संस्कृति संचालक एनपी नामदेव ने दी।

उन्होंने बताया कि उस्ताद अलाउद्दीन खां देश ही, बल्कि दुनिया भर के संगीत जगत में प्रख्यात थे। उन्होंने मध्यप्रदेश में संगीत परम्परा को बढ़ाने और नई पीढ़ी को संगीत से जोड़ने के लिए अथक प्रयास किए। ऐसे महान संगीतज्ञ के सम्मान में मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग प्रति वर्ष मैहर में उस्ताद अलाउद्दीन खां समारोह आयोजित करता है, जिसका इस वर्ष 50 वां वर्ष है।

उन्होंने बताया कि समारोह का शुभारम्भ 08 अक्टूबर को सायं 7:30 बजे होगा। मैहर वाद्य वृन्द द्वारा वाद्य वृन्द की सांस्कृतिक प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद नयनिका घोष एवं साथी, गुरुग्राम द्वारा कथक समूह नृत्य की प्रस्तुति होगी। अगली प्रस्तुति इन्द्रायूध मजूमदार, कोलकाता द्वारा सरोद वादन और अंतिम प्रस्तुति पं. राजन मिश्रा एवं स्वरांश मिश्रा, नई दिल्ली द्वारा युगल गायन की होगी।

समारोह के दूसरे दिन सायं 4 बजे से सर्वप्रथम विदुषी संचिता भट्टाचार्य, कोलकाता द्वारा ओडिसी समूह नृत्य की प्रस्तुति दी जावेगी। अगली प्रस्तुति अंशुल प्रताप सिंह, भोपाल द्वारा तबला वादन की होगी। इसके बाद पं. अभय रुस्तम सोपोरी, दिल्ली द्वारा संतूर वादन और अंतिम प्रस्तुति पं. उदय कुमार मलिक, दिल्ली की गायन की होगी।

तीसरे एवं अंतिम दिन 10 अक्टूबर को सर्वप्रथम मैहर वाद्य वृन्द द्वारा वाद्य वृन्द की प्रस्तुति, इसके बाद विदुषी कस्तूरी पटनायक एवं साथी, दिल्ली द्वारा ओडिसी समूह नृत्य, तत्पश्चात संजुक्ता दास, कोलकाता द्वारा गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। अगले क्रम में पं. शशांक सुब्रमणियम, चेन्नई द्वारा बांसुरी वादन और अंतिम प्रस्तुति भद्रा सिन्हा एवं साथी, नई दिल्ली द्वारा भरतनाट्यम की होगी।

प्रदर्शनी

इस अवसर पर दो प्रदर्शनियां भी लगाई जा रही हैं, जिसमें ''देवी'' प्रदर्शनी के अंतर्गत 108 नाम रहस्यों पर आधारित लघु चित्रों की प्रदर्शनी और ''तंतु'' के अंतर्गत तार वाद्यों पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगाई गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर