भोपालः वर्ष 2024 की अंतिम नेशनल लोक अदालत में राजीनामा के आधार पर निराकृत हुए 21388 प्रकरण
भोपाल, 14 दिसंबर (हि.स.)। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार श्रीवास्तव ने मार्गदर्शन में शनिवार को जिले के सभी न्यायालयों में साल 2024 की अंतिम नेशनल लोक अदालत का आयोजन हुआ। इस लोक अदालत में का शुभारंभ किया गया। इसमें राजीनामा के आधार पर कुल 21 हजार 388 प्रकरणों का निकारण किया गया।
जिला न्यायाधीश/सचिव आरती शर्मा ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में कुल निराकृत प्रकरणों की संख्या 21388, लंबित रेफर्ड प्रकरणों की कुल संख्या 3327 , निराकृत लंबित प्रकरणों की कुल संख्या 2458, प्री-लिटिगेशन रेफर्ड प्रकरणों की कुल संख्या 20820, निराकृत प्री-लिटिगेशन प्रकरणों की कुल संख्या 18930, चेक बाउंस से संबंधित निराकृत कुल प्रकरणों की संख्या 476, मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित निराकृत कुल प्रकरणों की संख्या 509, आपराधिक राजीनामा योग्य प्रकरणों की संख्या 704, पारिवारिक प्रकरणों की संख्या 140, बैंक रिकवरी के प्रकरणों की संख्या 174, व्यवहार वाद के प्रकरणों की संख्या 108, विद्युत अधिनियम के प्रकरणों की संख्या 239, श्रम विभाग से संबंधित प्रकरणों की संख्या 14, यातायात नियमों के उल्लघन संबंधी ई-टैफिक चालान 718, जलकर एवं सम्मपति कर संबंधी प्रकरणों की संख्या 15370, अन्य प्रकरणों की संख्या 1590 रही। नेशनल लोक अदालत में अभी तक प्राप्त आकंड़ो के अनुसार कुल निराकृत प्रकरणों की संख्या 21388, नेशनल लोक अदालत में कुल अवार्ड राशि 50,74,36,663 राशि पारित।
नेशनल लोक अदालत में कुल 62 खण्डपीठों का गठन किया गया
नेशनल लोक अदालत में जिला न्यायालय भोपाल के प्रवेश द्वार स्थित हॉल में विधि विद्यार्थियों द्वारा रंगोली बनायी गयी तथा विधिक सेवा प्राधिकरण की समस्त योजनाओं के प्रिंट लगाकर आमजन को लोक अदालत का महत्व बताया गया, साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं के पेम्पलेट वितरित किये गये। लोक अदालत के सफल आयोजन में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण, कर्मचारीगण का भरपूर सहयोग रहा।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर