लोहरदगा में शेख भिखारी एवं टिकैत उमराव सिंह के शहादत दिवस मेला आयोजित

 


लोहरदगा, 18 जनवरी (हि.स.)। शहीद शेख भिखारी एवं टिकैत उमराव सिंह शहादत दिवस समारोह सह मेला का आयोजन आज हिरही चौक के समीप मैदान में किया गया। मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने किया। कार्यक्रम में अतिथियों ने गरीबों के बीच कंबल का वितरण किया।

मंत्री ने कहा कि इस देश के लिए वीर शहीद शेख भिखारी और टिकैत उमराव सिंह ने अपनी शहादत दी। उनके कारण ही आज हम सभी खुली हवा में आजादी की सांस ले रहे हैं। ऐसे समारोह व मेला के जरिये हम उनको याद करते हैं। आज गरीबों के बीच कंबल का वितरण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कई कल्याणकारी कार्य लोकहित में किये जा रहे हैं। सरकार खाने के लिए राशन, पहनने के लिए धोती/लुंगी व साड़ी और रहने के लिए अबुआ आवास दे रही है। राशन कार्डधारकों को अब चावल के साथ-साथ चना दाल भी दिया रहा है। राज्य में 60 प्रतिशत जनता गरीब है। उन्हें ध्यान में रखकर राज्य का बजट तैयार किया जा रहा है। मंत्री ने स्मारक समिति के अध्यक्ष की मांग पर हिरही चौक स्थित स्मारक के पास रात्रि के समय प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश उपायुक्त को दिया।

उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि देश की आजादी की कीमत शहीदों ने अपने प्राण न्यौछावर कर चुकायी है। हम आज शहीद शेख भिखारी एवं टिकैत उमराव सिंह को उनके शहादत दिवस पर याद कर रहे हैं। इस समारोह-सह-मेला का आयोजन बहुत ही बढ़िया तरीके से किया गया है। पुलिस अधीक्षक हारिश बिन जमां ने कहा कि वर्ष 1857 के विद्रोह के बाद यहां पर शासन करने वाली ब्रिटिश सरकार समझ गयी थी कि झारखंड में लोगों का गहरा लगाव यहां की जल, जंगल और जमीन में है। उस समय की सरकार ने जल, जंगल और जमीन को हड़पने का कार्य किया, जिसका इस क्षेत्र के क्रांतिकारियों ने बहुत ही कड़ा प्रतिरोध किया।

हिन्दुस्थान समाचार/ गोपी

/चंद्र प्रकाश