अस्पतालों में खून की कमी को दूर करने के लिए युवा वर्ग आगे आये: मृत्युंजय कुमार

 


खूंटी, 31 मार्च (हि.स.)। खून की कमी से हर दिन कितने लोगों की जान चली जाती है। यदि हम सभी लोग खासकर युवा वर्ग रक्तदान के लिए आगे आये और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें, तो हम हजारों लोगों को असमय काल कल्वित होने से बचा सकते हैं। यह कहना है सीआरपीएफ 94 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी मृत्युंजय कुमार सिंह का।

रिम्स प्रशासन द्वारा अस्पताल में खून की कमी को देखते हुए सीआरपीएफ सहित अन्य संगठनों से स्वैच्छिक रक्तदान की अपील पर सीआरपीएफ के इस अधिकारी ने रविवार को हटिया में आयोजित शिविर में रक्तदान किया। द्वितीय कमन अधिकारी ने कहा कि उनके रक्तदान का उद्देश लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करना है।

उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ कें अधिकारी और जमवान वैसे भी स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, सीआरपीएफ के स्थापना दिवस सहित अन्य मौकों पर रक्दान करते रहे हैं। सीआरपीएफ के अधिकारी ने कहा कि एक अप्रैल सोमवार को सीआरपीएफ का स्थापना दिवस है। उस दिन सदर अस्पताल खूंटी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में शिविर में आकर रक्तदान करें। उन्होंने कहा कि खूंटी जिले में थैलेसिमिया रोगियों की संख्या काफी है। इसके लिए सदर अस्पताल में हर समय खून की जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस भ्रम को निकाल देना चाहिए कि खून देने से कोई कमजोरी आती है, रक्तदान से कई तरह के फायदे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल