हजारीबाग के आईसेक्ट विवि में तनाव मुक्त जीवन पर वेबिनार
हजारीबाग, 19 मार्च (हि.स.)। आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस में विश्वविद्यालय के विज्ञान विभाग एवं आईक्यूएसी के सहयोग से तनाव मुक्त जीवन जीने की कला विकसित करने की विधि विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य संरक्षक आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे और संरक्षक के तौर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक व कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद उपस्थित थे।
शुरुआत में आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने इस वेबिनार के लिए विज्ञान विभाग को बधाई दी और कहा कि वाकई आज कि भाग-दौड़ भरी जिंदगी में तनाव साये की तरह हो गया है, जिसे कम कर या इससे मुक्ति पाकर ही बेहतर जीवन जीने की उम्मीद की जा सकती है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने तनाव मुक्त जीवन को हर किसी के लिए अहम बताया।
मुख्य वक्ता लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल मिश्रा ने जीवन को अनमोल रत्न बताया। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि व्यक्ति मरणशील है लेकिन जब तक जीवन है उसे कैसे तनाव मुक्त वातावरण में जिया जाए, यह जानना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जीवन को तनाव मुक्त बनाने का सबसे बेहतर उपाय यही है कि लोग अपने व्यवहार पर ध्यान दें और उसमें कोई कमी नजर आती है तो उसे सुधारने की कोशिश करें। साथ ही कहा कि तनाव के समय अकेले रहने के बजाय परिवार, दोस्तों या अपनों के बीच समय बिताएं और तनाव के कारण को शेयर करने की कोशिश करें।
वेबीनार की अध्यक्षता डीन एकेडमिक डॉ एमके मिश्रा व धन्यवाद ज्ञापन विज्ञान विभाग की एचओडी सबीता कुमारी ने किया। वेबिनार को सफल बनाने में कार्यक्रम के सचिव व विज्ञान विभाग के डीन डॉ दिवाकर निराला, सबीता कुमारी, डॉ सोनी मेहता, नेहा सिन्हा, मुकेश कुमार साव, कुमारी काजल सोनी, सुप्रिया रानी, बिशाखा बाला, राहुल राजवार समेत अन्य ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हिन्दुस्थान समाचार/ राहुल/चंद्र प्रकाश