धनबाद रेल मंडल के ट्रैक पर एक किलोमीटर के अंतराल पर दौड़ेंगी ट्रेनें
टनकुप्पा-पहाड़पुर-गुरपा रेलखंड पर ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग सिस्टम चालू
रामगढ़, 03 जुलाई (हि.स.)। धनबाद रेल मंडल के 25 किलोमीटर लंबे टनकुप्पा-पहाड़पुर-गुरपा रेलखंड पर ऑटोमेटिक ब्लॉक सिगनलिंग सिस्टम ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। यह प्रधानखंटा से मानपुर तक 204 किमी प्रोजेक्ट का एक भाग है। इस प्रोजेक्ट पर लगभग 202 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बुधवार को बताया कि अभी एब्सल्यूट ब्लाक सिस्टम (परंपरागत) चल रहा है। इसमें एक ब्लाॅक सेक्शन में ट्रेन के अगले स्टेशन पर पहुंच जाने के बाद ही पीछे वाली ट्रेन को आगे बढ़ने के लिए ग्रीन सिग्नल मिलता है। इससे खाली रेल लाइनों की क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो पाता है।
ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग सिस्टम में दो स्टेशनों के मध्य लगभग प्रत्येक एक किलोमीटर की दूरी पर सिग्नल लगाए जाते हैं। सिग्नल के सहारे ट्रेनें एक-दूसरे के पीछे चलती रहेंगी। यदि आगे वाले सिग्नल में तकनीकी खामी आती है तो पीछे चल रही ट्रेनों को भी सूचना मिल जाएगी। जो ट्रेन जहां रहेगी, वहीं रुक जाएगी।
ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम के लागू हो जाने से एक ही रूट पर लगभग एक किमी के अंतर पर एक के पीछे एक ट्रेनें चल सकेंगी। इससे रेल लाइनों पर ट्रेनों की रफ्तार के साथ ही संख्या भी बढ़ सकेगी। साथ ही कहीं भी खड़ी ट्रेन को निकलने के लिए आगे चल रही ट्रेन के अगले स्टेशन तक पहुंचने का भी इंतजार नहीं करना पड़ेगा। स्टेशन यार्ड से ट्रेन के आगे बढ़ते ही ग्रीन सिग्नल मिल जाएगा यानी एक ब्लॉक सेक्शन में एक के पीछे दूसरी ट्रेन आसानी से चल सकेगी। इसके साथ ट्रेनों के लोकेशन की जानकारी मिलती रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार/अमितेश /चंद्र प्रकाश