30 दिसंबर के भारत बंद का समर्थन करेगी सरना धर्म समन्वय समिति
खूंटी, 3 दिसंबर (हि.स.)। सरना धर्म समन्वय समिति खूंटी के सदस्यों की रविवार को स्थानीय डाक बंगला परिसर में सरना कोड संबंधी विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से 30 दिसंबर को सरना धर्म की मांग को लेकर प्रस्तावित भारत बंद तथा रेल रोड चक्का जाम का समर्थन करने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर पड़हा राजा सोमा मुंडा ने कहा कि सरना धर्म कोड भारत के लाखों प्रकृति पुजकों के अस्तित्व, पहचान, हिस्सेदारी की जीवनरेखा है।
आजाद भारत में सरना धर्मावलंबियों को उनकी धार्मिक आजादी से वंचित रखना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण है। 1951 की जनगणना तक आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड का प्रावधान था, जिसे बाद में भारत सरकार ने हटा दिया और वर्तमान केंद्र सरकार भी इस चिर परिचित मसले पर मौन है। उन्होंने कहा कि 2011 की जनगणना में 50 लाख लोग सरना धर्म लिखने के बावजूद अन्य पर दर्ज करने लिए मजबूर हैं, जबकि जैनों की संख्या 44 लाख होने के बावजूद धर्म कोड आवंटित है।
हिन्दुस्थान समाचार/अनिल