सरहुल पर निकली शोभायात्रा, विधायक ने बजाया मांदर
पलामू, 11 अप्रैल (हि.स.)। अद्दि कुड़ूख सरना समाज की ओर से गुरुवार को सतबरवा में प्रकृति का पर्व सरहुल पर विशाल शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान मांदर की थाप पर पांकी विधायक डॉ. शशि भूषण मेहता, चतरा लोकसभा के भावी प्रत्याशी डॉ. अभिषेक कुमार सिंह, युवा नेता दिलीप सिंह नामधारी, भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रभात कुमार भुइयां, आप नेता ओंमकार जायसवाल, जिला परिषद सदस्य सुधा कुमारी, प्रो. बच्चन ठाकुर, मुखिया संतोष उरांव, मुखिया संघ के अध्यक्ष गिरिवर प्रसाद राम, पूर्व मुखिया शंभू उरांव, केवल उरांव, योगेंद्र भुइयां, अजय उरांव, विधायक प्रतिनिधि राणा प्रताप कुशवाहा, राजेंद्र सिंह चेरो, प्रेमचंद उरांव, मुखिया रिंकी यादव समेत दर्जनों गांव के लोग अखाड़े में हजारों की संख्या में शामिल हुए।
इस दौरान प्रकृति की पूजा की गई। धरती माता की पूजा में सरई के फूल से नमन किया गया। वही धरती और आसमान का विवाह कराया गया। इस दौरान विशेष भजन मांदर के थाप पर की गई। मौके पर सरना समाज के प्रखंड अध्यक्ष विशुनदेव उरांव, चंदन उरांव, शिवशंकर उरांव, बालोतुरी, राजू उरांव, इंद्रदेव भुइयां के साथ हजारों की संख्या में महिला-पुरुष मांदर की थाप पर जुलूस के दौरान थिरकते देखें गए।
प्रकृति के कारण जिंदा हैं हमलोग: विधायक
विधायक शशि भूषण मेहता ने कहा कि प्रकृति के कारण आज हमलोग स्वच्छ हवा में सांस ले रहे हैं। आज इन्हीं के बदौलत अच्छी जिंदगी जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरना समाज प्रकृति की पूजा करता है। दिलीप सिंह नामधारी ने कहा कि ईश्वर की अद्भुत नजारे और प्रकृति की ही देन है कि इस माह से पेड़ में नए पत्ते आने लगते हैं। ईश्वर से इस समाज के लोगों का अद्भुत लगाव है। सरना समाज के लोग हर एक चीज के लिए प्रार्थना करते हैं, ताकि देश खुशहाल हो सके।
प्रभात कुमार भुइयां ने कहा कि बारिश और पर्यावरण पर देश की अर्थव्यवस्था टिकी है। आज सभी लोगों को स्वच्छ वातावरण के साथ पानी मिले, खेत खलिहानों में हरियाली और भरपूर बारिश हो, यह प्रकृति पर निर्भर करता है। इसी प्रकृति को नमन करने वाले आज सर्वश्रेष्ठ हैं।
डॉ. अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि ईश्वर सभी की मुराद पूरी करते हैं। सरना समाज के लोगों का प्रकृति से विशेष लगाव होता है। ओंकार नाथ जायसवाल ने कहा कि प्रकृति पूजा सबसे बड़ी पूजा है। पेड़ पौधे प्रकृति की जान हैं। इसी के कारण आज बारिश होती है तथा प्रकृति पर्यावरण को बनाकर रखने में अपना अहम योगदान देता है।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप