पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करता है सरहुल महेात्सव: कालीचरण मुंडा
-सिरूम गांव के सरहुल महोत्सव में जमकर थिरके कांग्रेस प्रत्याशी
खूंटी, 25 अप्रैल (हि.स.)। जिले के सिरूम गांव में गुरुवार को सरहुल महोत्सव पूरी श्रद्धा और पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ मनाया गया। खूंटी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मौके पर आयोजित सरहुल नृत्य में कालीचरण मुंडा ढोल-नगाड़े की थाप पर जमकर थिरके। उन्होंने कहा कि सरहुल पर्व आदिवासियों के प्रकृति प्रेम और लगाव का प्रतीक है। जंगलों को बचाने की दिशा में काम करने की जरूरत है।
सरहूल मानव सभ्यता को वन और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करता है। साथ ही मानव जीवन दर्शन की मौलिकता को दर्शाता है। मुंडा ने कहा कि सरहुल महोत्सव हमारी पौराणिक संस्कृति को दर्शाती है, जरूरत है हमें इसे संजोने की। इस पर्व के माध्यम से हम प्रकृति के महत्व को समझते है। सरहुल आदिवासी समाज का पारंपरिक पर्व है। यह पर्व आदिवासी समाज पीढ़ी दर पीढ़ी मनाता आ रहा है। आज के इस आधुनिक युग में इस पर्व को बचाये रखना हम सभी का कर्तव्य है। महोत्सव में युवाओं की भूमिका अहम रहेगी। मौके पर चंद्र प्रभात मुंडा, विनसाय मुंडा, पंडेया मुंडा, फूलचंद टूटी, सुशील सांगा सहित सैकड़ो लोग शामिल हुए।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल