पहले तो पुलिस ने हत्याकांड से पल्ला झाड़ा, फिर बिना पोस्टमार्ट किये ऐंठ लिए डेढ़ हजार रुपये़
-आक्रोशित ग्रामीणों ने की सड़क जाम, विधायक के हस्तक्षेप के बाद दुबारा हुआ शव का पोस्टमार्टम
खूंटी, 29 दिसंबर (हि.स.)। पहले तो पुलिस ने हत्या को दुर्घटना साबित करने की कोशिश की, पर रेलवे पुलिस द्वारा हत्या की बात कहे जाने पर जरियागढ़ थाना की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल खूंटी भेजा, पर पोस्टमार्टम कराने के नाम पर मृतक के स्वजनों से डेढ़ हजार रुपये वहां ऐंठ लिये गये। बाद में शव के अंतिम संस्कार के लिए जब शव के ऊपर की पट्टी हटाई, तो देखा कि शव का तो पेास्टर्माटम हुआ ही नहीं। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार को सड़क पर शव को रखकर कर्रा-गोविंदपुर रोड को डेहकेला गांव के पास जाम कर दिया। मामला जरियागढ़ थाना क्षेत्र के डेहकेला गांव का है।
जानकारी के अनुसार डेहकेला गांव के पारस नाथ महतो (19) का शव गुरुवार को रेलवे फाटक से लगभग 20 कदम दूर बरामद किया गया था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना जरियागढ़ थाना की पुलिस को दी। पुलिस ने पहले तो यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि युवक की हत्या नहीं, बल्कि रेल दुर्घटना में हुई है। बाद में इसकी जानकारी रेल पुलिस को दी गई। शव को देखते ही रेल पुलिस ने साफ कर दिया कि युवक की टांगी जैसे हथियार से वार कर हत्या की गई है।
बाद में पुलिस ने शव को पेास्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। स्वजन शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए खूंटी गये। वहां के कर्मचारियों ने पोस्टमार्टम करने के नाम पर डेढ़ हजार रुपये ऐंठ लिये और बिना पोस्टमार्टम किये ही शव को परिवार वालों को सौंप दिया। मामला उजागर होने और सड़क जाम की जानकारी मिलने पर जरियागढ़ थाना की पुलिस के अलावा कर्रा की अंचलाधिकारी नगेशिया डेहकेला और सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण किसी उच्चाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। बाद में विधायक कोचे मुंडा को मामले की जानकारी हुई, तो वे भी घटनास्थल पहुंचे और अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को जमकर फटकार लगाई। बाद में विधायक के समझाने पर ग्रामीणों ने जमा हटा लिया। तत्काल सहायता के तौर पर अंचलाधिकारी ने मृतक के स्वजनों को 15 हजार रुपये नकद दिये। मौके पर ग्रामीणों ने रकम ऐंठने वाले कर्मचारियों को बर्खास्त करने, हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करने, मृतक के परिवार वालों को 20 लाख रु का मुआवजा देने और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने से संबंधित मांगपत्र अंचलाधिकारी को सौंपा गया। शुक्रवार शाम को सिविल सर्जन की देखरेख में शव दुबारा पोस्टमार्टम कराया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल