रांची के वाईएमसीए में सर्वधर्म सम्मेलन का आयोजन, आपसी सद्भाव पर जोर

 


रांची, 6 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड की राजधानी रांची के कांटाटोली स्थित वाईएमसीए वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर में शनिवार को एक दिवसीय सर्वधर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का विषय “आपसी सौहार्द क्यों और कैसे?” रखा गया था।

कार्यक्रम की शुरुआत वाईएमसीए के महासचिव चोन्हास कुजूर के उद्बोधन से हुई। उन्होंने वाईएमसीए की गतिविधियों और बहु–समुदायिक सहयोग की परंपरा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता विनय जॉन ने की। उन्होंने कहा कि वाईएमसीए हमेशा से सभी धर्मों और समुदायों के लिए एक साझा मंच रहा है।

सम्मेलन में ब्राह्मण समाज से मनोज कुमार पांडे, ईसाई समुदाय से रेवरेन अनूप इंदवार, मुस्लिम समुदाय से मुफ्ती जमील अहमद मिस्बाही और सर्वधर्म समभाव संस्था के अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए।

वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा, सामाजिक व्यवहार और धार्मिक सम्मान ही किसी सौहार्दपूर्ण समाज की मजबूत नींव हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समाज में रहने वाले सभी धर्मों के लोग यदि एक-दूसरे की आस्था, परंपराओं और संस्कृति का सम्मान करेंगे, तो शांति और सद्भाव का माहौल स्वतः स्थापित होगा।

अपने संबोधन में मुफ्ती जमील अहमद ने कहा कि हर धर्म इंसान को सम्मान देना सिखाता है। वहीं रेवरेन अनूप इंदवार ने प्रेम, मेल–मिलाप और भाईचारे को ईश्वर का वास्तविक संदेश बताया।

मोहम्मद इस्लाम ने कहा कि जैसे हवा, पानी और रोशनी सभी के लिए समान हैं, उसी प्रकार समाज में समानता और सद्भाव की भावना भी सभी के लिए होनी चाहिए।

कार्यक्रम के अंत में सचिव आशीष टोपनो ने धन्यवाद ज्ञापन किया। आयोजन में लगभग 210 प्रतिभागी शामिल हुए।------------

हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar