नल जल योजना से नहीं मिल रहा पानी, गुणवता पर सवाल उठाकर ग्रामीणों ने कराया बंद
पलामू, 18 दिसंबर (हि.स.)। जिले के तरहसी प्रखंड क्षेत्र के सोनपुरा पंचायत अंतर्गत मटलौंगा गांव में प्रधानमंत्री नल जल योजना के जलमीनार से लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। साथ ही बोरिंग की गहराई कम होने और घर घर स्टैंड पोस्ट निर्माण की गुणवता घटिया होने का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने सोमवार को चार जगहों पर योजना बंद करा दी है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नल जल योजना के तहत डीप बोरिंग कर और पांच हजार लीटर की टंकी लगाकर लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है। एक योजना से 20-25 घरों को पानी देना है। 5000 लीटर की टंकी लगाकर पानी देने की योजना साढे चार लाख की है।
मटलाैंगा के हरिजन टोला में गुलाबी भुइयां के घर के पास उपरोक्त योजना से जलमीनार का निर्माण किया गया है। निर्धारित 150 से 200 फीट गहराई की जगह मात्र 50-60 फीट डीप बोरिंग की गयी है। ऐसे में योजना की शुरूआत होने के कुछ ही महीने के भीतर लोगों को पानी मिलना बंद हो गया है। यहां जलमीनार में 5 हजार लीटर की टंकी लगाई गई है। घरों में पानी देने के लिए जो स्टैंड पोस्ट लगाया गया है, उसका निर्माण भी काफी घटिया किया गया है।
कृष्णा महतो के घर के पास लगी जलमीनार में मात्र 50 फीट बोरिंग की गयी है। यहां भी 5 हजार लीटर की टंकी लगी है, लेकिन पाइप से रिसाव हो रहा है। मटमैला पानी होने के कारण लोग इसका सेवन नहीं कर रहे हैं। साथ ही रिसाव से पानी सड़क पर बह रहा है। जलजमाव से आवागमन में परेशानी हो रहा है।
गोपाल कुमार और अनिल कुमार के खेत में लगी जलमीनार से भी लोगांे को पानी नहीं मिल रहा है। मामले में सक्रियता दिखाते हुए वार्ड नंबर 9 के सदस्य आनंद कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने योजना को बंद करा दिया है।
ग्रामीण अरूण कुमार, राजकुमार महतो, सुमित कुमार, प्रमोद मेहता, सुगिया कुवंर, बालेश्वर महतो, मोहन सिंह, मीना देवी, विक्रम सिंह, राजू सिंह, योगेन्द्र महतो एवं अन्य ने कहा कि 50-60 फीट बोरिंग कराकर डेढ़ से दो सौ फीट बोरिंग होने के कागजात पर हस्ताक्षर करा लिया गया है। स्टैंड पोस्ट की ढलाई में कंक्रीट एवं सीमेंट का इस्तेमाल नहीं के बराबर किया गया है।
ग्रामीणों ने कहा कि ठिकेदार मंटू सिंह कभी भी कार्य स्थल पर नहीं दिखे। सारा कार्य हेड मिस्त्री कमलेश कुमार एवं मुंशी आकाश कुमार के द्वारा कराया गया। ग्रामीणों ने कहा कि कई बार शिकायत करने के बाद भी जब कोई सुधार नहीं हुआ तो योजना बंद कराने का निर्णय लिया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप