मेदिनीराय एवं नीलाम्बर-पीताम्बर की प्रतिमा लगाने के लिए 12 से अनिश्चितकालीन आन्दोलन का फैसला

 




पलामू, 29 नवंबर (हि.स.)। कचहरी परिसर में एसडीओ कार्यालय के सामने से हटायी गई राजा मेदिनी राय एवं नीलाम्बर पीताम्बर की प्रतिमा जल्द लगाने की मांग की गई है। इस मामले में 11 दिसम्बर तक कोई निर्णय नहीं लिया गया तो 12 दिसम्बर से अनिश्चितकालीन आन्दोलन करने का निर्णय लिया गया है।

संविधान बचाओ मोर्चा के संयोजक मंडल के सदस्यों ने बुधवार को स्वागत होटल में संयुक्त पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से राजा मेदिनीराय की और शहीद नीलाम्बर पीतांबर की प्रतिमा उपायुक्त कार्यालय के समक्ष पलामू समाहरणालय स्थित पार्क में लगवाने की मांग की है।

मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि डालटनगंज का नाम राजा मेदिनीराय के नाम पर मेदिनीनगर किया गया लेकिन उनकी प्रतिमा नहीं लगना शर्म की बात है। राजा मेदिनी राय का कार्यकाल इतिहास में स्वर्ण काल के नाम से जाना जाता है। उपायुक्त से कई बार प्रतिमा लगाने का आग्रह किया लेकिन सिर्फ टाल-मटोल किया गया है। अन्ततः क्षुब्ध होकर सामाजिक संगठनों के संयुक्त बैनर संविधान बचाओ मोर्चा ने पिछले दिनों भगवान बिरसा मुंडा की 148वीं जयंती एवं झारखंड राज्य के 23वां स्थापना दिवस पर 15 नवंबर को कचहरी परिसर में तीनों महापुरुषों की प्रतिमा लगाई थी।

साथ ही कहा कि जिस तरह मोर्चा के सदस्यों को सदर एसडीओ ने बुलाकर सहमति की बात कहकर अपनी निगरानी में 25 नवंबर की रात 8 बजे नगर निगम के जेसीबी से प्रतिमा को हटवाया है। इसका कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं।

इस मौके पर संयोजक मंडल रवि पाल (सामाजिक न्याय परिषद पलामू प्रमंडलीय अध्यक्ष), चन्द्रधन महतो (हुल झारखंड क्रात्ति दल प्रदेश उपाध्यक्ष), टाइगर रौशन मेहता (सामाजिक, न्याय परिषद का जिला अध्यक्ष), अजय सिंह चेरो (अखिल भारतीय आदिवासी महासभा सचिव), त्रिपुरारी सिंह चेरो (अखिल अखिल भारतीय आदिवासी महासभा अध्यक्ष), जंगली महतो (पेंशनर समाज उपाध्यक्ष) ललन प्रजापति, दिलकेश्वर कुशवाहा, शशि रंजन भारती, अनुराग भारती आदि लोग उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिलीप कुमार/चंद्र प्रकाश