सिरका कोलियरी में लोकल सेल समिति भंग, प्रशासन की निगरानी में होगा लोडिंग : एसडीओ
विस्थापितों को नजरअंदाज करना नेताओं को पड़ा महंगा
रामगढ़, 02 मार्च (हि.स.) । जिले के सीसीएल अरगड्डा प्रक्षेत्र में सिरका कोलियरी में पिछले पांच दिनों से जारी हाई वोल्टेज ड्रामा शनिवार को समिति भंग होने के निर्णय पर खत्म हो गया। यहां एसडीओ शीलवंत कुमार भट्ट ने लोकल सेल समिति के पदाधिकारियों से मजदूर और प्रभावितों की 6 सूत्री मांग पर सहमति बनाने की कोशिश की। लेकिन पहले पांच बार की तरह छठी बार भी समिति के पदाधिकारियों ने हर बात को नकार दिया। इसके बाद वहां का पूरा परिदृश्य बदल गया।
खूनी संघर्ष के बनने लगे थे आसार
एसडीओ शीलवंत कुमार भट्ट ने बताया कि जिस तरीके की स्थिति सिरका कोलियरी में बन रही थी, ऐसा लग रहा था कभी भी खूनी संघर्ष हो सकता है। ऐसे आसार को ध्यान में रखते हुए लोकल सेल समिति को भंग कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अब सिरका कोलियरी में जिला प्रशासन और पुलिस के मौजूदगी में माइनिंग, लोडिंग और डिस्पैच जैसे कार्य होंगे। अगर जिला प्रशासन के इस काम में कोई बाधा पहुंचता है, तो उसके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
एसडीओ शीलवंत कुमार भट्ट ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस तब तक वहां मौजूद रहेगी जब तक आम नागरिकों के बीच सहमति नहीं बन जाती। जब सारे दल और विस्थापित मजदूर आपसी सहमति के साथ काम करने के लिए तैयार होंगे, तब दोबारा से दंगल का निर्माण किया जाएगा, जिसमें सभी मजदूरों का सत्यापन होगा। इसके बाद ही सेल समिति वहां काम कर पाएगी।
जिला प्रशासन का निर्णय सराहनीय, आंदोलन हुआ वापस: समसूद
कांग्रेस पार्टी के नेता समसूद खान ने बताया कि पिछले पांच दिनों से पार्टी के नेतृत्व में सैकड़ो मजदूर और विस्थापित आंदोलन कर रहे थे। इस बीच जिला प्रशासन ने समझौता करने का कई बार प्रयास किया, लेकिन मजदूरों की मांग पर कोई अमल करने के लिए तैयार नहीं था। लोकल सेल समिति में राजनीतिक दल के लोग अपनी रोटी सेकने के लिए मजदूरों के पेट पर लात मार रहे थे। अब जिला प्रशासन की निगरानी में मजदूरों को सही न्याय मिलेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/अमितेश