भूमि घोटाले में एसीबी ने आठ लोगों को किया गिरफ्तार

 




हजारीबाग/रांची, 06 दिसंबर (हि.स.)। सरकारी जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त से जुड़े बहुचर्चित जमीन घोटाले मामले में शनिवार को बड़ी कार्रवाई की गई। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में हाजी कलां, जय प्रकाश यादव, प्रेम साव, इंद्र साव, शशि शेखर, संजय, सत्यनारायण साव और छत्रु प्रजापति शामिल हैं।

हजारीबाग एसीबी के एसीपी आरिफ एकराम ने गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि सभी गिरफ्तारियां हजारीबाग में वन भूमि घोटाले से जुड़ी हैं। सभी आरोपितों से पूछताछ की गई और सबूतों के आधार पर गिरफ्तारियां की गईं। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि एसीबी इस मामले की तह तक जांच कर रही है, और ये गिरफ्तारियां उसी जांच का नतीजा हैं।

गिरफ्तारी से पहले सभी से लंबी पूछताछ की गई थी। इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है, जहां एसीबी ने आठ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और फिर पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया।

मिली जानकारी के अनुसार, एसीबी पिछले दो दिनों से हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त विनय चौबे से जेल में पूछताछ कर रही थी। इसी पूछताछ के बाद यह कार्रवाई की गई। अब तक वन भूमि घोटाले मामले में तीन प्रमुख लोग जेल में हैं, जिनमें विनय चौबे, कार शोरूम मालिक विनय सिंह और सदर ब्लॉक के तत्कालीन अंचल अधिकारी शैलेश कुमार शामिल हैं। तत्कालीन अंचल अधिकारी अलका कुमारी सरकारी गवाह बन गई हैं।

यह मामला तत्कालीन उपायुक्त विनय कुमार चौबे से जुड़ा है। यह भूमि घोटाला उनके कार्यकाल में हुआ था। यह पता चला है कि इस मामले में प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट केस नंबर 11/2025 के तहत कुल 73 लोगों पर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें से 68 लोगों के नाम एफआईआर में हैं। यह केस 25 सितंबर 2025 को दर्ज किया गया था। आरोप है कि कुछ लैंड माफिया सदस्यों ने जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके सरकारी जमीन, जिसमें भूदान आंदोलन के तहत दान की गई जमीन, जंगल की जमीन, चारागाह की जमीन और अन्य सरकारी और प्राइवेट जमीन को अवैध रूप से खरीदा और बेचा और बाद में अपने नाम पर रजिस्टर करवा लिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे