दुमका में पर्पल फेयर का आयोजन कर प्रतिभावान दिव्यांगजनों को किया गया सम्मानित

 


दिव्यांगजन किसी से कम नहीं : सांसद

दुमका, 28 दिसंबर (हि.स.)। राज्य का तीसरा जिला स्तरीय पर्पल फेयर रविवार को कन्वेंशन सेंटर, दुमका में सफलतापूर्वक आयोजित हुई। आयोजन दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र (सीआरसी.), रांची एवं जिला प्रशासन, दुमका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई।

कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन सांसद नलिन सोरेन समेत अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर अतिथियों ने दिव्यांगजनों की सक्रिय सहभागिता एवं उनकी क्षमताओं की प्रशंसा करते हुए भविष्य में इस प्रकार के समावेशी आयोजनों को निरंतर प्रोत्साहित करने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर सांसद ने कहा कि पर्पल फेयर जैसे आयोजन दिव्यांगजनों की प्रतिभा एवं क्षमताओं को समाज के समक्ष प्रस्तुत करने का एक सशक्त मंच प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन किसी से कम नहीं हैं, आवश्यकता केवल उन्हें समान अवसर एवं उचित मंच उपलब्ध कराने की है। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार के समावेशी कार्यक्रमों को निरंतर समर्थन देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

शिकारीपाड़ा विधायक आलोक कुमार सोरेन ने कहा कि दिव्यांगजनों के अधिकारों की रक्षा, सुलभता सुनिश्चित करना एवं उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि पर्पल फेयर जैसे आयोजन दिव्यांगता के प्रति समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के साथ दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल हैं। कार्यक्रम काे जरमुंडी विधायक देवेन्द्र कुंवर, राज्य निःशक्तता आयुक्त अभयनंदन अंबष्ट, डीडीसी अनिकेत सचान एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अंजू कुमारी ने भी संबाेधित किया।

कार्यक्रम के दौरान 50 दिव्यांग कलाकारों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। जिनमें नृत्य, संगीत एवं कविता पाठ शामिल थे। साथ ही दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प एवं कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिससे उनके रचनात्मक कौशल का प्रभावशाली प्रदर्शन हुआ। इसके अतिरिक्त सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा रोजगार, शिक्षा, प्रशिक्षण एवं पुनर्वास से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए 8 स्टॉल लगाए गए।

इस अवसर पर सांसद नलिन सोरेन सहित अन्य अतिथियों द्वारा सांकेतिक रूप से 10 दिव्यांगजनों एवं वृद्ध लाभार्थियों को सहायक उपकरण वितरित किए गए। इसके अतिरिक्त कई दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों का एडिप एवं वयोश्री योजना के अंतर्गत आंकलन भी किया गया। समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र, रांची के निदेशक सूर्य मणि प्रसाद ने बताया कि कार्यक्रम स्थल को दिव्यांगजनों की आवश्यकताओं के अनुरूप पूर्णतः सुलभ बनाया गया था। मंच तक पहुंच के लिए रैम्प, बाधा-मुक्त शौचालय एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की गई थी। जिससे प्रतिभागी बिना किसी असुविधा के कार्यक्रम में सम्मिलित हो सके। उन्होंने बताया कि सीआरसी, रांची दिव्यांगजनों के कौशल विकास, पुनर्वास एवं स्वावलंबन के लिए निरंतर प्रयासरत है और भविष्य में भी इस प्रकार के समावेशी आयोजनों के माध्यम से दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाता रहेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / नीरज कुमार