अधिकारियों की मिलीभगत से हडपी जा रही आदिवासियों की जमीन : प्रेमशाही
रांची, 29 दिसंबर (हि.स.)। आदिवासी जन परिषद के केंद्रीय समिति की बैठक सोमवार को केंद्रीय धूमकुड़िया सभागार, करम टोली में हुई।
बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने की, जबकि संचालन महासचिव प्रकाश मुंडा ने किया।
बैठक में सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
मौके पर समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि झारखंड में आदिवासियों की धार्मिक और सांस्कृतिक जमीन भूईहरी पहनई, डाली कटरी और महतोई जमीन को भू-माफियाओं और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध रूप से हड़पा जा रहा है। फर्जी हुक्मनामा बनाकर हजारों एकड़ जमीन का दाखिल-खारिज किया जा रहा है, जो पूरी तरह गैरकानूनी है, लेकिन राज्य सरकार इस पर मौन है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी जन परिषद धार्मिक जमीन की रक्षा के लिए जन आंदोलन तेज करेगी और आवश्यकता पड़ने पर न्यायालय में भी जाएगी।
बैठक में पारित प्रस्तावों में धार्मिक और सांस्कृतिक जमीन की लूट रोकने के लिए व्यापक आंदोलन, अडकी सोना गोल्ड ब्लॉक में भूमि अधिग्रहण के विरोध में 25 फरवरी 2026 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन में भागीदारी, हेमंत सरकार से पेसा कानून की नियमावली ड्राफ्ट सार्वजनिक करने की मांग करने और आदिवासियों के धर्म कॉलम की मांग को लेकर 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की ओर से राष्ट्रपति से मुलाकात करना शामिल है।
बैठक के दौरान कई युवा कार्यकर्ताओं ने संगठन की सदस्यता ली। समीर मिंज को रांची जिला युवा अध्यक्ष मनोनीत किया गया।
बैठक में विभिन्न जिला और संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar