अदरक और लहसुन की खेती कर किसानों को मिल सकता है अच्छा मुनाफा : रवीन्द्र
-गुमला में किसान दिवस का आयोजन, एफपीओ को बताया किसानों के सशक्तिकरण का माध्यम
गुमला, 24 दिसंबर (हि.स.)। गुमला जिले के भरनो में बुधवार को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) की ओर से स्थापित भरनो ब्लॉक 4एस 4आर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड (एफपीओ) की ओर से किसान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्पाइसेज बोर्ड, कोच्चि तथा पारादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड, भुवनेश्वर का सक्रिय सहयोग रहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीएयू के कृषि प्रसार शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. बीके झा ने कहा कि एफपीओ किसानों की समस्याओं के समाधान का एक सशक्त माध्यम है। एफपीओ से जुड़ने वाले किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें बाजार से जोड़ने में मदद मिल रही है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष किसान दिवस की थीम “भारतीय कृषि के वैश्वीकरण में एफपीओ की भूमिका” रखी गई है।
स्पाइसेज बोर्ड के सलाहकार रविंद्र सिंह सेंगर ने कहा कि झारखंड की जलवायु मसाला फसलों की खेती के लिए अत्यंत अनुकूल है। उन्होंने बताया कि मसाला बोर्ड ने सरसों को भी मसाला फसलों की श्रेणी में शामिल किया है। राज्य के किसान अदरक, लहसुन सहित अन्य मसाला फसलों की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं। उन्होंने जानकारी दी कि मसालों के कुल उत्पादन का लगभग 25 प्रतिशत देश में खपत होता है, जबकि करीब 15 प्रतिशत का निर्यात किया जाता है।
पारादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड के क्षेत्रीय प्रबंधक शैलेश कुमार ने कहा कि खेती की निरंतरता बनाए रखने के लिए जल, जंगल और जमीन जैसे प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने रसायनों के कम उपयोग तथा जैविक और नैनो उर्वरकों के प्रयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। साथ ही किसानों को उर्वरकों की गुणवत्ता पहचानने से संबंधित आवश्यक जानकारी और उपयोगी सुझाव भी दिए।
कार्यक्रम का संचालन एफपीओ के प्रबंध निदेशक देवी चरण गोप ने किया। इस अवसर पर एफपीओ के परियोजना समन्वयक अभिषेक श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।----------
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak