जंगल से निकलकर कर एनएच 33 पर पहुंचे हाथी, रुका गाड़ियों का पहिया

 


रामगढ़, 20 दिसंबर (हि.स.)।

रामगढ़ जिले में इन दिनों जंगली हाथियों का कहर जारी है। पिछले एक हफ्ते से हाथियों का झुंड अपने कोरिडोर में लगातार भ्रमण कर रहा है। उनके रास्ते में आने वाले हर चीज को वे तबाह कर दे रहे हैं। अब तक कुल नौ इंसानों की जान जंगली हाथियों ने ले ली है। जंगल से निकलकर हाथियों का झुंड शनिवार की सुबह एनएच 33 पर पहुंच गया। एक विशालकाय हाथी एनएच-33 पर आ धमका। देखते ही देखते सड़क के दोनों ओर कई किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। वाहन चालकों और यात्रियों की सांसें गाड़ियों के अंदर घंटों तक अटकी रहीं।

कोहरे में अचानक सामने आए हाथी के कारण अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

गनीमत यह रही कि समय रहते वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने सूझबूझ और सतर्कता से हाथी को नियंत्रित करते हुए उसे सुरक्षित कॉरिडोर की ओर खदेड़ा। यदि जरा भी देर होती, तो एनएच-33 पर बड़ा हादसा हो सकता था। हाथी के हटते ही घंटों से ठप पड़ा यातायात दोबारा शुरू हो सका, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

घने कोहरे और कंपकंपा देने वाली ठंड के बीच हाथियों ने वन विभाग के पसीने छुड़ा दिए हैं। कभी घाटो की ओर, कभी कुजू की तरफ तो कभी रामगढ़ शहर की सीमा में भटकते हाथियों को उनके सुरक्षित कॉरिडोर में लौटाने के लिए वन विभाग की टीमें लगातार मशक्कत करती नजर आ रही हैं। फिलहाल रामगढ़ में हाथियों की आवाजाही वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश