भाजपा ने मनरेगा कानून को बदल दिया है : पटेल

 


रांची, 22 दिसंबर (हि.स.)। एक तरफ भाजपा ने मनरेगा कानून को बदल दिया है वहीं दूसरी तरफ नेशनल हेराल्ड मामले में जांच एजेंसी का दुरुपयोग करके वर्षों तक कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बदनाम करने की साजिश की गई।

दोनों घटनाओं में भाजपा ने लोकतंत्र का चीरहरण किया है।

यह बातें कांग्रेस भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन पार्टी के कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य कमलेश्वर पटेल ने कही।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने लगातार पिछले 11 वर्षों से साजिश के तहत व्यवस्थित तरीके से मनरेगा को कमजोर किया। पिछले 5 वर्षों में मनरेगा 50-55 दिन का रोजगार देने तक सिमटकर रह गया। मनरेगा सिर्फ महात्मा गांधी का नाम बदलने का मामला नहीं, बल्कि उस अधिकार को खत्म किया गया जिसे कांग्रेस ने कानून के रूप में सुनिश्चित किया था।

राज्‍यों पर 50 हजार करोड़ से अधिक का बोझ डालने वाला है केंद्र

उन्‍होंने कहा कि मनरेगा में कुल खर्च का 90 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार देती थी नए कानून में केंद्र राज्य का अनुपात 60 और 40 कर दिया गया है। पटेल ने कहा कि मोदी सरकार राज्यों पर 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बोझ डालने वाली है जो राज्यों की आर्थिक नींव को हिला देगा।

उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड का मामला कोई आर्थिक घोटाला नहीं था, बल्कि राजनीतिक साजिश थी, अदालत का फैसला कानून संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के पक्ष में है।

गांधी की विरासत को कुचलना चाहती है भाजपा : कमलेश

मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि गांधी, अंबेडकर और नेहरू की साझा विरासत पर टिकी हमारी लोकतांत्रिक और संवैधानिक परंपरा को भाजपा और आरएसएस धीरे-धीरे कुचलना चाहते हैं। उनकी सबसे बड़ी विडंबना है कि वे चाहे जितना मिटाने या बदनाम करने की कोशिश कर लें भारत की आत्मा गांधी और नेहरू और अंबेडकर से अलग नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि गांधी, अंबेडकर और नेहरू के नाम उनके विचारधारा उनके नाम लेने वालों से चीढ़ और नफरत भाजपा आरएसएस के विचारधारा का केंद्रीय तत्व है और यह चीढ़ और नफरत समय-समय पर सामने आती रहती है।

मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, विधायक राजेश कच्छप राकेश सिन्हा और सोनाल शांति उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak