पर्यावरण को संरक्षित एवं स्वच्छ बनाना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी : जयंत मिश्रा

 




झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के मुख्यालय से पांच लाख पौधरोपण का महाअभियान शुरू

राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में लगाए जाएंगे कम से कम 10 पेड़

रांची, 6 जून (हि.स.)। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने महत्वपूर्ण पहल करते हुए राज्य में पांच लाख फलदार पौधे लगाने के लक्ष्य की शुरुआत की। धुर्वा स्थित झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के मुख्यालय में गुरुवार को प्रशासनिक पदाधिकारी जयंत मिश्रा ने यूनियन बैंक और उत्कर्ष फाइनेंस बैंक के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पौधरोपण महाअभियान की शुरुआत की।

इस मौके पर जयंत मिश्रा ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित एवं स्वच्छ बनाना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। आज विश्व में जलवायु परिवर्तन एक चुनौती बन गया है। प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के असर को कम करने के लिए यह आवश्यक है कि हम अधिक से अधिक पेड़ लगाएं। जयंत मिश्रा ने अन्य सामाजिक एवं निजी क्षेत्र में कार्यरत संस्थानों से भी आगे बढ़कर इस महा अभियान में शामिल होकर विद्यालयों में अधिक से अधिक पेड़ दान करने की अपील की।

मिश्रा ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य के सरकारी विद्यालयों में कम से कम 10 पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए विद्यालयों के ईको क्लब को अनुदानित राशि के रूप में 23 करोड़ 2 लाख 31 हज़ार 500 रुपये उपलब्ध करा दी गयी है, साथ ही मनरेगा अभिसरण के माध्यम से भी इस लक्ष्य को हासिल किया जाएगा। ईको क्लब की गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले टॉप 1000 विद्यालयों को प्रोत्साहित किया जाएगा, साथ ही बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले प्रत्येक जिले से पांच यानी कुल 120 विद्यालयों का राज्य में चयन कर उन्हें राज्यस्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा।

विद्यालयों में ग्राफ्टेड पेड़ लगाने का निर्देश

स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि विद्यालयों में बड़े आकार के ग्राफ्टेड पेड़ लगाए जाएं। इनकी सुरक्षा, देखभाल, पानी और खाद आदि सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी हाउस और ईको क्लब के ऊपर होगी। इनमें ऐसे वृक्षों को प्राथमिकता दी जाए, जो फलदार हों। मध्याह्न भोजन में जिनका उपयोग किया जा सके अथवा पर्यावरण के दृष्टि से लाभदायक हो। यदि वन विभाग में उपयुक्त पेड़ों की व्यवस्था ना हो, तो अभिभावक, प्रधानाध्यापक और शिक्षकों द्वारा उक्त वर्णित पौधा बाजार से क्रय कर विद्यालयों में लगाया जाए। यदि विद्यालयों में स्थान का अभाव हो तो गमला और फिश ट्रे में पौधरोपण किया जाए। विद्यालय के किचन गार्डेन में मौसमी व औषधीय पौधरोपण करना भी अनिवार्य है।

विद्यालयों को आवंटित राशि का शत प्रतिशत करना होगा व्यय

झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा प्रत्येक प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड साधन सेवी एवं संकुल साधन सेवियो को यह दायित्व दिया गया है कि प्रत्येक विद्यालय का लगातार अनुश्रवण करते हुए समय पर ईको क्लब को दिए गए अनुदानित राशि का उपयोग सुनिश्चित कराया जाए तथा व्यय की गयी राशि की भौतिक एवं वित्तीय उपलब्धि के अद्यतन स्थिति की जानकारी प्रबंध पोर्टल पर प्रतिमाह उपलब्ध कराई जाए। दिए गए निर्देश में विद्यालयों को इसी वित्तीय वर्ष में ईको क्लब की गतिविधियों के लिए अनुदानित राशि का शत प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/वंदना/दधिबल