नई सराय की सरकारी जमीन से हटाया अतिक्रमण, चला बुलडोजर
रामगढ़, 01 मार्च (हि.स.) । रामगढ़ डीसी चंदन कुमार ने नई सराय की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाकर यह साफ कर दिया है कि कोई भी दलाल सरकारी जमीन पर हावी नहीं हो सकता है। शुक्रवार को उन्होंने रामगढ़ अंचल अधिकारी और नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को नई सराय में अतिक्रमित की गई सरकारी जमीन को खाली करने का निर्देश दिया था। इस निर्देश का तत्काल पालन हुआ और अधिकारी बुलडोजर लेकर वहां पहुंच गए। अधिकारियों ने वहां कई एकड़ में की गई चारदिवारी को पूरी तरीके से जमींदोज कर दिया। यह आदेश जारी किया कि अगर कोई भी व्यक्ति उस सरकारी जमीन का अतिक्रमण करेगा तो उसके मकान पर बुलडोजर चला दिया जाएगा।
सरकारी बोर्ड को उखाड़ कर भू माफियाओं ने बना दी बाउंड्री
जिस जमीन पर 8 महीने पहले सरकारी भूमि का बोर्ड अंचल कार्यालय से लगाया गया था इस जमीन पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कर लिया गया है रामगढ़ अंचल अधिकारी सत्येंद्र पासवान ने बताया कि जून महीने में नई सराय बस्ती में सरकारी भूमि की विवरणी के साथ दो-दो बोर्ड लगवाए गए थे जिसमें यह बताया गया था कि खाता नंबर 1 का प्लॉट नंबर 186, 254, 255, 266, 257, 258, 186/228 सरकारी भूमि है। यह बताया गया था कि रामगढ़ अंचल के नईसाराय मौज की इस सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य अतिक्रमण अथवा खरीद बिक्री करना गैर कानूनी है। इस भूमि पर अवैध रूप से निर्माण एवं खरीद बिक्री करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। ऐसा ही एक बोर्ड दूसरे स्थान पर लगवाया गया था। लेकिन भूमाफियाओं ने उन दोनों सरकारी बोर्ड को उखाड़ फेंका और वहां पर पक्के मकान का निर्माण कर दिया। वहां बड़े पैमाने पर जमीन की खरीद बिक्री की गई और वहां चारदीवारी बना दी गई।
दो महीने पहले ही नईसराय मौजा की सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई की गई थी। अंचल कार्यालय से एक नोटिस सार्वजनिक तौर पर चिपकाया गया था। उस नोटिस में यह कहा गया था कि 24 घंटे के अंदर अतिक्रमित भूमि को खाली कर दिया जाए, अन्यथा उसपर कार्रवाई होगी। लेकिन भू माफिया और दलाल के कान पर जूं तक नहीं रेंगा और उन लोगों ने इस नोटिस के बाद भी कई बाउंड्री का निर्माण किया। अंततः उन सारी चारदीवारी को तोड़कर वहां मैदान बना दिया गया है।
कौन है नेसार मियां और उसके टीम के दलाल
जब प्रशासन वहां बुलडोजर चला रहा था तब वहां के ग्रामीण नेसार मियां और उसके टीम के दलालों को याद कर रहे थे। वहां लोग लगातार इस बात की चर्चा कर रहे थे कि आखिर उस सरकारी जमीन को बेचने वाले भू माफिया और दलाल कहां चले गए। उनकी पूरी टीम उस सरकारी जमीन को रैयती जमीन बताते थे। वहां काम करने की खुली छूट देते थे। उस जमीन का बाकायदा एग्रीमेंट होता था और जमीन के नाम पर वसूली की जाती थी। लेकिन जब प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की तो नेसार मियां और उसकी टीम का कोई भी दलाल वहां नजर तक नहीं आया। वहां लोगों ने बताया कि गरीबों ने महिला समिति से पैसे उठाकर निसार मियां और उसकी टीम को दिए हैं। लेकिन आज वे लोग कहां छुप गए? फोन करने पर भी वे लोग जवाब नहीं दे रहे।
नगर परिषद को सरकारी जमीन पर बनाएगा सरकारी भवन
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि उस पूरे इलाके के विकास के लिए नगर परिषद सरकारी भवन बनाएगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से जल्द ही योजना स्वीकृत और पारित की जाएगी, ताकि नई सराय बस्ती के लोगों को सरकारी योजना का लाभ मिल सके।
हिन्दुस्थान समाचार/ अमितेश